शुक्रवार, 4 नवंबर 2016

चिंता की कोई बात नहीं अब
टूटकर फिर अपने आप जुड़ेंगे आपके गैजेट्स


आधुनिक युग में गैजेट्स से शायद ही कोई अनजान हो। हो भी क्यों न क्योंकि आज यह हमारे जीवन और दिनचर्या का अभिन्न अंग जो बन चुके हैं। यह हमारे आधे कामों को बड़ी सरलता से निपटा देते हैं, अगर यही गैजेट्स गलती से टूट जाएं तो हमे बहुत ही दुःख होता है। गैजेट्स निर्माता को इस बात का ख्याल आया तो उन्होंने ऐसे गैजेट्स बनाने की ठानी जो टूटने के बाद अपने आप जुड़ जाएंगे।

जी हां, यह सच है आने वाले समय में ऐसे मटीरियल से गैजट्स बनाएं जाएंगे जोकि टूटने पर अपने आप जुड़ जाएंगे। यह बात दूसरी है कि ऐसे स्मार्ट गैजट्स बनाने की कोशिशें बहुत पहले से हो रही हैं। इस श्रृंखला में अनेक स्मार्ट क्लॉथ भी बन चुके हैं। अब प्रिंटेड इलैक्ट्रॉनिक्स बनाने पर ध्यान दिया जा रहा पर यह काफी नाजुक होते हैं इसलिए इन्हें फ्लेक्सिबल बनाए रखना वैज्ञानिकों के सामने बड़ी चुनौती बना हुआ है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की जोसेफ वांग नैनोइंजिनियरिंग लैब इस काम पर ध्यान दे रही है। वैज्ञानिकों द्वारा एक ऐसी स्याही बनाई गई है जिसमें मैग्नेटिक पार्टिकल हैं इसलिए यदि आप इस इंक से कोई कपड़े अथवा गैजेट प्रिंट करते हैं और यदि इंक कहीं टूट भी जाती है तो सभी पार्टिकल मैग्नेटिक होने से एक-दूसरे को आकर्षित करने लगेंगे, जिससे कि टूटा हुआ भाग अपने आप जुड़ जाएगा। यह इंक निओडायमियम मैग्नेट से युक्त होगी, जोकि हार्ड ड्राइव औऱ रेफ्रिजेरेटर की मैग्नेट में पाई जाती है।

साइंस अडवांस में प्रकाशित हुई एक स्टडी में कहा गया है कि लैब की टीम का दावा है कि उनकी अपने आप जुड़ने वाली यह इंक तीन मिलीमीटर तक के कई टूटे हुए हिस्से मात्र 50 मिलीसेकंड में रिपेयर कर देगी। स्मार्ट कपड़ों में सेंसर कपड़ों के ऊपर बुने होने से वह भारी और कठोर हो जाते हैं। इस स्टडी के राइटर अमय बंडोडकर की माने तो हम ऐसे पहने जा सकने वाले डिवाइस बनाने के इच्छुक हैं जो बिल्कुल मानव त्वचा जैसे स्ट्रैचेबल हों और इनमें अपने आप से रिपेयर होने की क्वॉलिटी भी हो। इसी तरह, हम इस इंक का उपयोग प्रिंटेड इलैक्ट्रॉनिक में करना चाहते हैं।
परंपरागत तरीके से तैयार सेल्फ हीलिंग मटीरियल में कैमिकल रिएक्शन का प्रयोग किया जाता है, जबकि बाहरी कारकों में जैसे गर्मी की आवश्यकता होती है। इस प्रक्रिया में बड़े क्रैक्स की मरम्मत में परेशानी होती है। दूसरी ओर, मैग्नेटिक इंक को जोड़ने हेतु किसी बाहरी कारक जैसे गर्मी, रोशनी या किसी अन्य कैमिकल की आवश्यकता नहीं पड़ती। साथ ही साथ यह मैग्नेटिक इंक बहुत सस्ती है। बंडोडकर का कहना है कि 10 डॉलर की इंक से सैकड़ों छोटी डिवाइस जिसमें सोलर पैनल से लेकर मेडिकल इम्प्लांट करने वाली डिवाइस आदि भी बनाई जा सकती है। यदि आप अपनी त्वचा पर पहने हुए कोई प्रिंटेड डिवाइस पहने को खो देते हैं यानि तोड़ देते हैं तो अब आपको उसे फेंकने की जरूरत नहीं है बल्कि कुछ ही समय में वह अपने आप जुड़ जाएगी।

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