इंटरनेट से जुड़ी इन रोचक बातों को नहीं जानते होंगे आप
आधुनिक युग में इंटरनेट जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है। छोटे से लेकर बड़े-बड़ा काम भी इससे चुटकियों में निपटाया जा सकता है। इंटरनेट की शुरूआत करने वाले ने कभी सोचा भी न होगा कि आगे चलकर यह इतना उपयोगी साबित हो सकता है। इसी इंटरनेट से जुड़ी रोचक बातों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद ही आप जानते होंगेः
1. हमारे देश में इंटरनेट की शुरूआत 15 अगस्त 1995 में विदेश संचार निगम द्वारा की गई।
2. अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा 1969 में इंटरनेट का इस्तेमाल करने से इसे गति मिली।
3. इंटरनेट में महत्वपूर्ण शब्द @ को 12वीं शताब्दी में सन् 1345 में बल्गेरियाई शब्दों-Manasses Chronicle (जोकि11वीं शताब्दी के आंरभ से अंत तक संक्षिप्त इतिहास बना रहा) के अनुवाद के रूप में ढूंढ़ा गया था। इसका अर्थ था ‘आमीन’। डच लोग / को ‘‘मंकी टेल’’ (Monkey tail) और इटैलियन लोग ‘‘स्नेल’’ (Snail) कहते थे। सन् 1536 में प्रथम बार इसका प्रयोग Florentine के एक व्यापारी Francesco Lapi ने किया। सन् 1890 में अमेरिका में इसे पहली बार कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग में सम्मिलित किया गया।
4. http://info.cern.ch/hypertext/WWW/TheProject.html पहली वेबसाइट ब्रिटिश वैज्ञानिक टिम बर्नर्स-ली, जोकि सीईआरएन (European Organization for Nuclear Research) के कर्मचारी थे, द्वारा 5 अगस्त 1991 को फ्रांस व स्विट्जरलैंड बॉर्डर पर बनाई गई और NeXT कंप्यूटर पर लाइव की गई। इसमें कुछ हाइपर टेक्सट का इस्तेमाल किया गया था। आज टिम वल्र्ड वाइड वेब कॉनसोर्टियम के फाउंडर मेंबर व निदेशक हैं। वे अभी भी वेबसाइट विकास व प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
6. स्टीव जॉब्स की कंपनी NeXT द्वारा तैयार NeXTCube उस समय का काफी महंगा कंप्यूटर था।
7. सन् 1991 में ही पहला एमपी3 को तैयार कर लिया गया था। यह बात दूसरी है कि इसे सन् 1998 में म्यूजिक फाइल शेयर सर्विस Napster द्वारा लाइव किया गया।
8. 5 इंच या 13 से.मी. वाली सीआरटी स्क्रीन और 10.7 कि.ग्रा. वजन वाला Osborne सन् 1981 में तैयार पहला लैपटाॅप था।
9. Spam शब्द पोर्क मीट से आया। जबकि सन् 1937 में हाॅरमेल फूड्स द्वारा सूअर के कंधे और जांघ से बना पैक्ड मीट
Shoulder
Pork and h
AM बना से उतारा गया जिसे कंपनी द्वारा SPAM नाम से दिया गया।
SPiced h
AM द्वितीय विश्वयुद्ध के समय सैनिकों का पसंदीदा व्यंजन था। स्टेरलाइज्ड करके तैयार इस मीट को कई लोग अनौपाचारिक रूप से Fake Meat भी कह देते थे। साथ ही सन् 1970 में Monty Python के फ्लाइंग सर्कस स्किट को भी ’स्पैम’ का ओरिजिन माना जाता है। इसके अलावा, स्किट के एक रेस्टोरेंट के मेन्यू की प्रत्येक आइटम स्पैम नाम से शुरू होती थी।
10. 31 मार्च, 1993 को सॉफ्टवेयर मॉडरेटर Richard Depew द्वारा सॉफ्टवेयर में कुछ परीक्षण के दौरान गलती से news.admin.policy नामक न्यूज ग्रुप पर करीब 200 डुप्लिकेट मैसेज भेजे दिए गए। तकनीकी रूप से प्रथम स्पैम ईमेल यही था जिसकी माफी मांगने के लिए स्पैम मैसेज शब्द का प्रयोग किया गया।
11. वर्ष 1971 में अमेरिकी प्रोग्रामर रे टाॅमलिंसन द्वारा पहला ईमेल स्वयं को भी भेजा गया जिसमें लिखा था "QWERTYIOP"। जबकि औपचारिक रूप से ईमेल बनाया भारतीय मूल के अमेरिकी वी.ए. शिवा अय्यदुरई ने। यह बात दूसरी है कि काॅपीराइट मिलने के बाद भी इसका श्रेय उनके खाते में नहीं गया।
13. प्रथम वेब कैमरा कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की कम्प्यूटर लैब में इसलिए लगाया गया ताकि एक काॅफी मेकर की माॅनिटरिंग की जा सके।
12. चीन ने अपना अलग गूगल, टिविटर, फेसबुक व यूट्यूब बना रखा है।
13. टिम ने अपनी गर्लफ्रेंड, जोकि जिनेवा की न्यूक्लियर रिसर्च लैब में सेक्रेटरी व काॅमेडी बैंड की सदस्या थी, की फोटो पहली बार इंटरनेट पर अपलोड किया था।
14. सन् 1956 में आईबीएम द्वारा 305 RAMAC प्रथम सुपर कंप्यूटर तैयार किया गया। इसमें केवल 5 एमबी की हार्डडिस्क लगी थी और जिसका वजन एक टन से भी अधिक था। इसीलिए इसे ट्रक में लोड करके कार्गो फ्लाइट से भेजा गया था।
15. वाईफाई (WiFi) में Fi का कोई अर्थ नहीं था। केवल HiFi की तरह की रिदम देने के लिए Fi को जोड़ा गया। यह बात दूसरी है कि बाद में थ्प को फिडेलिटी बोला जाने लगा।
16. यू-ट्यूब के बाद Youku विश्व की दूसरी सबसे बड़ी वीडियो शेयरिंग वेबसाइट है।
17. CERN HTTPd पहला वेब सर्वर था जिसे टिम बर्नर्र ली ने तैयार किया था। आज भी CERN के पास वह ओरिजनल सर्वर है जिसपर कि टिम द्वारा प्रथम वेबसाइट होस्ट की गई थी।
18. इंटरनेट द्वारा सबसे पहले मारिजुआना बैग को बेचा गया था। यह एक प्रकार का नशीला पदार्थ था। जबकि अनेक स्थानों पर बताया गया है कि सन् 1971 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक विद्यार्थी ने यूनिवर्सिटी की ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस लैब के Arpanet अकाउंट से प्रथम सेल की थी। उस द्वारा मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से यह खरीदा गया था जोकि उस समय ई-कॉमर्स जैसे ही काम करता था।
19. प्रथम वेब ब्राउजर www अर्थात् world wide web टिम बर्नर्स द्वारा तैयार किया गया। शानदार ग्राफिकल यूजर इंटरफेस वाला यह वेब ब्राउजर साउंड, इमेजेस, मूवी और एनिमेशन देखने के लिए उपयोग किया जा सकता था। इसमें अलग-अलग साइज के फॉन्ट दिए गए थे।