Thursday 8 June 2017

इस मनचले ने छोड़ दी गूगल की नौकरी
शुरू कर दिया समोसा बेचना


हर आदमी का एक सपना होता है। कई बार तकदीर उस स्वप्न को पूरा करने में मदद करती है तो अनेक बार उसे धुंधला कर जाती है लेकिन ऐसे मनचलों की भी कमी नहीं, जोकि तकदीर से लड़कर भी अपने सपनों को सच कर दिखाते हैं। ऐसे युवाओं में शामिल हैं-मुनफ कपाड़िया। खान-पान के शौकीन मुंबई निवासियों के लिए बोहरी किचन कोई नया नाम नहीं है। अगर आप भी इस छोटे से स्टार्ट-अप के प्रयास के बारे में नहीं जानते तो चलिए आपको आज हम इनके बारे में जानकारी दिए देते हैं।

वर्ष 2015 में मुनफ कपाड़िया द्वारा गूगल की नौकरी छोड़ दी गई और एक फूड स्टार्ट-अप आरंभ किया गया। इसमें मुनफ को मदद मिली मां नफीसा से। उन्होंने लोगों तक बोहरी थाल पहुंचाने की रणनीति बनाई। मटन समोसा, नरगीस कबाब, डब्बा गोश्त, करी-चावल इत्यादि के लिए बोहरी थाल प्रसिद्ध है।

हाल ही में मुनफ ने वर्ली (मुंबई) में एक डिलिवरी किचन आरंभ किया है ताकि अधिकाधिक लोगों तक अपना स्वाद पहुंचा सकें। भविष्य में उनकी योजना इसी नाम से एक रेस्तरां आरंभ करने की है।

आरंभ में मुनफ द्वारा ‘‘मां के हाथ का खाना’’ नामक बोहरी थाल लोगों तक पहुंचाना शुरू किया, जिसके लिए ईमेल एवं फोन की सहायता से लोगों को मुनफ अपने घर खाने के लिए बुलाते थे। इसीलिए खाने हेतु मुनफ के निमंत्रण की प्रतीक्षा करनी होती थी। आज ऐसी स्थिति है कि इस प्रसिद्ध जगह का स्वादिष्ट भोजन करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। मुनफ का कहना है कि मेरी सफलता में मेरी मां का हाथ हैं।