समोसा खाते तो हैं तो इससे जुड़ी
इन बातों को जान ले आप?
समोसा शब्द से शायद ही कोई वाकिफ न हो। यह एक ऐसी डिश है जोकि आजकल सभी जगहों पर देखी जाती है पर क्या आप जानते हैं कि समोसे का जन्म कब हुआ? कहां हुआ? और यह कैसे शाही से आमजन तक पहुंच बना पाया? इसी से संबंधित कुछ अद्भुत जानकारियां हैं जोकि शायद ही आप जानते होंगे। चलिए आज आपको बताएं देते हैं यह बातेंः
1. आज जगह-जगह मिलने वाला समोसा कभी केवल दरबारी डिश हुआ करती थी।
2. दिल्ली सल्तनत के दरबार में 13वीं शताब्दी में समोसे को ईरान के शेफ्स ने इंट्रोड्यूस किया था।
3. गुजरात के सुल्तान मेहमूद बेगड़ा समोसे के बहुत अधिक शौकीन थे। इसीलिए वह अपने बिस्तर के दोनों ओर मीट के समोसे रखवाते थे ताकि उठते ही वे उन्हें खा सके।
4. मांडू के सुल्तान भी इसे बड़े शौक से खाते थे।
5. वर्ष 1495 की इंडियन कुकरी बुक में भी समोसे का वाकया आया है। इसमें दी गई एक फोटो में भी सुल्तान घियात साही को समोसे परोस रहे हैं।
6. समोसे को सर्वप्रथम ईरान में तैयार किया गया था जिसे वहां पर ‘सम्सा’ या फिर ‘सेनबोसाग’ कहा जाता था। बाद में वह भारत आया।
7. लगभग वर्ष 1300 में कवि अमीर खुसरों ने भी स्वीकारा था कि प्याज, मीट व घी के समोसे शाही लोग शौक से खाते थे।
8. दसवीं शताब्दी में लिखी ‘तहरिक-ए-बेहकी’ किताब में अबुल फजल बेहकी ने समोसे का जिक्र किया है।
9. अरबी कवि ईशाक इब्न इब्राहिम अल मौसिली ने अपनी कविताओं के संग्रह में भी समोसे की प्रशंसा की है।
10. 14वीं शताब्दी में भारत आने वाले इब्नबतूता ने लिखा है कि मोहम्मद बिन तुगलक के दरबार में पुलाव के पहले समोसा परोसा जाता था।