कैसे पहुंच गई सड़क से 2 करोड़ तक
एक अनपढ़ महिला जानें...
आज हर तरफ शिक्षित व्यक्ति का बोलबाला है। यही कारण है कि आज प्रत्येक वर्ग में अधिक से अधिक शिक्षित होने की होड़ चल रही है ताकि आगे बढ़ा जा सके। पर यह हमारी गलतफहमी है कि केवल शिक्षित व्यक्ति ही विकास की ओर बढ़ सकता है। नहीं विश्वास होता तो चलिए आज हम आपको ऐसी ही एक अनपढ़ महिला से मिलवाते हैं जिन्होंने केवल पांच सौ रुपए से व्यवसाय शुरू किया था जोकि आज दो करोड़ रुपए वार्षिक तक जा पहुंचा है। यही कारण है कि महिला दिवस (8 मार्च को) के अवसर उन्हें अब राष्ट्रपति सम्मानित करेंगे।
हम बात कर रहे हैं गुड़गांव की कृष्णा यादव की जिन्होंने अनपढ़ होते हुए भी सफलता के कीर्तिमान स्थापित किए हैं। कृष्णा यादव की माने तो वो उत्तर प्रदेश से हरियाणा के एक गांव में आकर रहने लगीं। उनके पति गोवर्धन यादव बेरोजगार थे। विवशतः उन्होंने सब्जी की खेती करनी शुरू की पर मंडी में सब्जी के दाम ठीक न मिलने से वो परेशान रहते थे।
पति को परेशान देखकर कृष्णा ने कृषि विज्ञान केंद्र से तीन माह का प्रशिक्षण लिया और अपने खेत की सब्जी से ही अचार बनाने की शुरूआत कर दी। अब अचार बना तो प्रश्न आया उसकी मार्केटिंग का। इसके लिए उन्होंने सड़क पर ही अचार बेचना आरंभ कर दिया। अच्छी गुणवत्ता के दम पर धीरे-धीरे अचार बिकने लगा।
इसके बाद से कृष्णा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। यही कारण है कि एक कमरे व दो लोगों से हुई शुरुआत आज चार लघु इकाइयों, 152 उत्पादों एवं लगभग 500 महिलाएं को रोजगार देने तक पहुंच चुकी है। उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि कृषि विभाग, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और अब 8 मार्च को राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी उन्हें सम्मानित करेंगे।
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