77 वर्षीय यह बुजुर्ग दे चुका है 46 बार दसवीं की परीक्षा
पर रहा हर बार नाकाम
एक बुजुर्ग ऐसा भी है जो हार मानने तो तैयार नहीं है। यह शख्स 46 बार दसवीं कक्षा की परीक्षा में बैठ चुका है पर कामयाबी इसे अभी तक नहीं मिली। इतना ही नहीं इन्होंने एक यह भी निश्चय कर रखा है कि विवाह तभी करेंगे जबकि परीक्षा पास हो जाएंगे।बहरोड़ (राजस्थान) निवासी बुजुर्ग शिवचरण 77 वर्षीय हैं। यह गत 46 वर्षों से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके पीछे केवल 10वीं का सर्टिफिकेट लेना ही नहीं है बल्कि यह कसम भी है कि शादी तभी करेंगे जबकि परीक्षा पास कर लेंगे। यही कारण है कि अभी भी वह विवाह की उम्मीद लगाए बैठे हैं और अब 47वीं बार 10वीं की परीक्षा देने जा रहे हैं।
मां-पिता के इकलौते पुत्र शिवचरण तब दो माह के थे तभी मां गुजर गईं। 10 साल की उम्र में पिता छोड़ गए। चाचा ने पाला-पोसा। उनके गुजरने के बाद अब शिवचरण गांव के हनुमान मंदिर में ही रहते हैं। जहां तक परीक्षा की फीस का प्रश्न तो वो किसी से भी मांग लेते हैं।
बचपन से ही शिवचरण कमजोर स्टूडेंट रहे हैं। उनका मन पढ़ाई में बिल्कुल भी नहीं लगता था। बहनों के 10वीं पास करते ही शादी हो गई। ऐसे में, शिवचरण ने कसम ले ली कि 10वीं कक्षा पास होने पर ही शादी करेंगे। इसीलिए अभी तक कुंवारे हैं।
शिवचरण ने फेल होने में भी रिकॉर्ड बनाया। चूंकि वो अनेक बार सभी विषयों में फेल रहे हैं। 45वीं बार की परीक्षा में तो वे 600 में से केवल 61 अंक ही ला पाए। इतनी बड़ी उम्र के कारण शिवचरण को अब ठीक से दिखाई भी नहीं देता है पर आज भी वह प्रश्न पत्रों को पढ़ने और उनका सटीक जवाब देने की पूरी कोशिश करते हैं यह बात दूसरी है कि नाकाम रहते है।
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