Friday 30 March 2018

आज का विचार 

मनुष्य पुण्य का फल सुख चाहता है, पर पुण्य करना नहीं चाहता और पाप का फल दुःख नहीं चाहता पर पाप छोड़ना नहीं चाहता इसीलिए सुख मिलता नहीं है और दुःख भोगना पड़ता है।

Thursday 29 March 2018

आज का विचार 

हर व्यक्ति मुझसे किसी न किसी बात में बेहतर होता है और मैं उसी से वह बात सीख लेता हूँ !

Wednesday 28 March 2018

आज का विचार 

सच बोलना तो दूर रहा, आजकल लोग सच सुनना भी पसंद नहीं करते!

Tuesday 27 March 2018

आज का विचार 

दूसरों की परेशानी का आनंद ना लें! कही भगवान आपको वही गिफ्ट ना कर दें, क्योंकि भगवान वही देता है, जिसमें आपको आनंद मिलता है!

Monday 26 March 2018


आज का विचार 


                जीवन में यही देखना महत्वपूर्ण नहीं है कि कौन हमसे आगे है या कौन पीछे!                   यह भी देखना चाहिए कि कौन हमारे साथ है और हम किसके साथ!

Sunday 25 March 2018

आज का विचार 

दूसरों के द्वारा तुम अपना आदर चाहते हो तो पहले दूसरों का आदर करों। जिंदगी काँटों का सफर है, हौंसला इसकी पहचान है, रास्‍ते पर तो सभी चलते हैं, जो रास्‍ते बनाए वही इंसान है।

Saturday 24 March 2018


आज का विचार 

जब तुम पैदा हुए थे तो तुम रोए थे, जबकि पूरी दुनिया ने जश्न मनाया था अपना 

जीवन ऐसे जियो कि तुम्हारी मौत पर पूरी दुनिया रोए और तुम जश्न मनाओ

Thursday 22 March 2018

आज का विचार 

इंसान तो हर घर में पैदा होते हैं!
बस इंसानियत कहीं कहीं जन्म लेती है!

Tuesday 20 March 2018


आज का विचार 

जब इंसान की जरूरत बदल जाती है, तो उसका आपसे बात करने का तरीका भी बदल जाता है!

Monday 19 March 2018


आज का विचार 

              मुझे पता नही पाप और पुण्य क्या है! बस इतना पता है जिस कार्य से किसी का                दिल दुखे वो पाप और जिस कार्य से किसी के चेहरे पे मुस्कान आये वो पुण्य!

Sunday 18 March 2018

आज का विचार 

बात करने का मजा तो उन लोगों के साथ आता है, 

जिनके साथ बोलने से पहले कुछ सोचना न पड़ें!

Wednesday 14 March 2018

आज का विचार 

‘घमंड’ और ‘पेट’ जब ये दोनों बढ़तें हैं…तब ‘इन्सान’ चाह कर भी किसी को गले नहीं लगा सकता.. जिस प्रकार नींबू के रस की एक बूंद हजारों लीटर दूध को बर्बाद कर देती है उसी प्रकार ‘मनुष्य’ का ‘अहंकार’ भी अच्छे से अच्छे संबंधों को बर्बाद कर देता है!

Tuesday 13 March 2018

आज का विचार 

ए ज़िन्दगी;
मुश्किलों के सदा हल दे,
थक न सकें हम;
फुर्सत के कुछ पल दे,
दुआ है दिल से
सबको सुखद आज
और बेहतर कल दे ।

Monday 12 March 2018

आज का विचार 

ईश्वर हमें कभी सजा नहीं देते, हमारे कर्म ही हमें सजा देते हैं!

Sunday 11 March 2018


आज का विचार 

हे ईश्वर मुझे अधिक लेने के लिए नहीं, अधिक देने के योग्‍य बनाओ…

Friday 9 March 2018

आज का विचार 


दूसरों के काम बिगाड़ने वाले लोग एक ढूढ़ने पर हजारों मिल जाते हैं, 

  लेकिन दूसरों के काम बनाने वाला हजारों में कोई एक होता है!

Thursday 8 March 2018

केंद्र सरकार द्वारा लेबर कोड का ड्राफ्ट तैयार 
अब पीएफ और पेंशन के लिए कर्मचारी स्वयं करा सकेंगे रजिस्ट्रेशन


केंद्र सरकार द्वारा लेबर कोड ऑन सोशल सिक्‍युरिटी, 2018 के अंर्तगत कर्मचारियों को विशेष सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके तहत अब पीएफ (प्रॉविडेंट फंड) और पेंशन सहित सोशल सिक्‍युरिटी के लिए कामगारों को कंपनी के रहमोकरम को निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। कंपनी द्वारा अगर एक निश्चित समय-सीमा के अंदर पीएफ और पेंशन के लिए रजिस्‍ट्रेशन नहीं कराया जाता, तो कर्मचारी अपने आप अपना रजिस्‍ट्रेशन करा सकेगा। इम्‍पलॉयर का कंट्रीब्‍यूशन वेज सीलिंग पर आधारित होगा। केंद्र सरकार 31 मार्च के बाद इस डील को अंतिम रूप देगी। डील के अनुसार, कर्मचारियों को सोशल सिक्‍योरिटी मुहैया कराने के लिए इम्‍पलॉयर कंट्रीब्‍यूशन कितना होगा यह सरकार तय करेगी, परंतु यह मासिक आय का 17.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा। वहीं एम्‍पलॉयर कंट्रीब्‍यूशन के लिए मंथली इनकम का पैमाना वेज सीलिंग होगी अर्थात् मंथली इनकम वेज सीलिंग तक ही हो सकती है। यानी अगर वेज सीलिंग 15,000 रुपए है तो कर्मचारी की मंथली इनकम 15,000 रुपए से अधिक नहीं हो सकती।

डील में कहा गया है कि सोशल सिक्‍योरिटी के लिए इम्‍पलाई कंट्रीब्‍यूशन की अधिकतम लिमिट 12.5 फीसदी होगी तो वहीं अगर इप्‍लाई क्‍लास चैथी कैटेगरी में आता है, तो उसका कंट्रीब्‍यूशन शून्‍य होगा। ऐसे मामलों में एम्‍पलॉयर से मात्र सिंगल कंट्रीब्‍यूशन कलेक्‍ट किया जाएगा। यदि एम्‍पलॉयर से किसी तरह का सेस यानी उपकर वसूला जा रहा है, तो उसके लिए एम्‍पलॉयर कंट्रीब्‍यूशन की दर कम भी हो सकती है। इसी तरह कोई कंपनी या संस्‍थान अगर ओएसएच स्‍टैंडर्ड के ऊंचे मानकों को मेनेटेन करता है, तो उस संस्‍थान या कंपनी के लिए भी एम्‍पलॉयर कंट्रीब्‍यूशन की दर कम हो सकती है। ओएसएच स्‍टैंडर्ड का अर्थ है-ऑक्‍यूपेशनल सेफ्टी और हेल्‍थ। यानि आप जहां पर काम करते हैं वहां आपकी और आपके स्‍वास्‍थ्‍य की सुरक्षा के लिए कैसा वातावरण है।

डील में यह भी कहा गया कि जिन संस्‍थानों में ग्रेच्‍युटी पेमेंट एक्‍ट लागू होता है उनमें एम्‍पलॉयर्स को वेज यानी वेतन का 2 फीसदी ग्रेच्‍युटी फंड में कंट्रीब्‍यूट करना होगा। अगर कोई वर्कर कांट्रैक्‍ट पर काम कर रहा है तो उस केस में ग्रेच्‍युटी कंट्रीब्‍यूशन के लिए प्रिंसिपल इम्‍पलॉयर जिम्‍मेदार होगा। ग्रेच्‍युटी फंड प्रिसिपल इम्‍पलॉयर के नाम से मेनेटेन किया जाएगा न कि इंडीविजुअल कर्मचारी के नाम पर।

वर्तमान व्यवस्था में केवल संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों को ही ईपीएफ एक्‍ट के तहत पीएफ और पेंशन की सुविधा दी जाती है। ईपीएफ कानून में आने वाली कंपनियां अथवा संस्‍थान अपने कर्मचारियों का पीएफ और पेंशन अकाउंट खुलवाते हैं। अगर कोई कंपनी ऐसा नहीं करती, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाही का प्रावधान है, किंतु वर्कर्स खुद को पीएफ और पेशन के लिए ईपीएफओ के पास रजिस्‍टर नहीं करा सकते।
केंद्र सरकार द्वारा लेबर कोड ऑन सोशल सिक्‍योरिटी, 2018 के मसौदे को तैयार कर लिया गया है। फिलहाल इस मसौदे पर स्‍टेकहोल्‍डर्स के सुझाव आमंत्रित की गए हैं। सुझाव आने के बाद केंद्र सरकार इसे संसद में प्रस्तुत करेगी। सरकार का लक्ष्य है-लेबर कोड के अंर्तगत 50 करोड़ कर्मचारियों को सोशल सिक्‍युरिटी उपलब्ध कराना।
अभी इम्‍प्लॉई का रजिस्‍ट्रेशन कराने का उत्तरदायित्व इम्‍प्लॉयर का है। कोड के मसौदे में भी सोशल सिक्‍युरिटी के लिए इम्‍प्लॉई का रजिस्ट्रेशन कराने की जिम्‍मेदारी इम्‍प्लॉयर (कंपनी) की है, लेकिन कोई कंपनी यदि किसी कर्मचारी का एक निश्चित समय सीमा के अंदर सोशल सिक्‍युरिटी के लिए रजिस्‍ट्रेशन नहीं कराती, तो उस पर पेनाल्‍टी लगेगी। साथ ही कर्मचारी (इम्‍प्लॉई) को यह सुविधा दी जाएगी कि वह कोड के तहत स्वयं की सोशल सिक्‍युरिटी के लिए पंजीकरण (रजिस्‍ट्रेशन) करा सके। इस सुविधा का लाभ संगठित ओर गैर-संगठित दोनों क्षेत्र के कर्मचारियों उठा सकेंगे।

लेबर कोड के मसौदे के अंतर्गत एक यूनिवर्सल रजिस्‍ट्रेशन सिस्‍टम तैयार किया जाएगा। इस सिस्‍टम अथवा प्रणाली में सभी सक्रिय या एक्टिव वर्कर्स का रजिस्‍ट्रेशन सुनिश्चित होगा। रजिस्‍ट्रेशन आधार कार्ड पर आधारित होगा। रजिस्‍ट्रेशन के नियमों को सेंट्रल बोर्ड निर्धारित करेगा। इसके अतिरिक्त, फील्‍ड में रजिस्‍ट्रेशन का काम लोकल बॉडीज जैसे ग्राम पंचायत तथा म्‍युनिसिपल बॉडीज करेंगी। यह भी व्यवस्था रहेगी कि स्‍टेट बोर्ड वर्कर्स को रजिस्‍ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए फैसिलिटेशन सेंटर का लाभ दिया जाएं। यह प्रणाली सार्वजनिक-निजी भागीदारी यानि प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप-पीपीपी मॉडल पर भी आधारित हो सकेगा।

आज का विचार 

अक्‍लमंद इत्र के डिब्‍बे के समान है, जो चुप रहता है लेकिन गुण दिखाता है। 

मूर्ख नट के ढोल के समान है, जो शोर बहुत करता है, पर भीतर से पोला है।

Wednesday 7 March 2018


आज का विचार 

जीवन में इतना तो संघर्ष कर ही लेना चाहिए कि अपने बच्चे का 

आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए दूसरों का उदाहरण न देना पड़े!

Tuesday 6 March 2018


आज का विचार 

दिल की बात साफ-साफ कह देनी चाहिए, 

क्योंकि बता देने से फैसले होते है और न बताने से फासले!

Monday 5 March 2018

आज का विचार 

जो मानव अपनी निंदा सुन लेता है, वह सारे जगत पर विजय प्राप्त कर लेता है!

Sunday 4 March 2018

आज का विचार 

आदर करो उसका जिसने अपनी व्यस्तता में आपके लिए समय निकाला हो, परंतु प्यार करो उसको जिसने अपनी व्यस्तता को नहीं देखा जब आपको ज़रूरत थी उनकी!