मंगलवार, 20 सितंबर 2016

पेड़ देंगे अब हवाइ जहाजों का ईंधन


निरंतर बढ़ते तेल संसाधनों के उपयोग को देखते हुए कहा जाता रहा है कि आने वाले समय में यह भंडार खत्म हो जाएंगे। ऐसे में अनेक विकल्पों की भी बात की जाती रही है। वह कितने कारगर साबित होते हैं यह तो वक्त ही बताएगा पर यहां पर हमारा उद्देश्य ज्यादा गहराई में जाना नहीं है। आज हम बात करेंगे हवाई जहाज के लिए ईंधन की।
कहा जा रहा है कि बढ़ती जनसंख्या और आए दिन विमान सेवाओं की उपलब्धता से ईंधन की कमी जल्द ही होने वाली है। आप जानते ही होगे कि हवाई जहाज में किस प्रकार के तेल की जरूरत पड़ती है। ये आम ईंधन से भिन्न होता है। ऐसी स्थिति में विमानों के वैकल्पिक ईंधन के रूप में ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने नये रास्ते को खोज निकाला है। उन्होंने एक शोध किया है जिसमें यूकेलिप्टस से तेल निकालने का नया तरीका ढूंढ़ निकाला है यानि अब यूकेलिप्टस पेड़ों से विमान का ईंधन निकाला जा सकेगा।
वैज्ञानिकों की माने तो विश्व में कागज के लिए यूकेलिप्टस के जितने पेड़ों का उपयोग हो रहा है उतने की पेड़ों से विमान का ईंधन निकाला जा सकता है। इतने पेड़ों से हवाई जहाज का ईंधन बढ़िया मात्रा में निकाला जा सकता है। वैज्ञानिकों (नेशनल यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया) का कहना है कि वो अधिक ऊर्जा तथा कम कार्बन वाला तेल इन पेड़ों की सहायता से निकाल सकते हैं जिसका उपयोग मिसाइल एवं जेट प्लेन में किया जा सकता है। संसार के हवाई जहाज के लिए पांच प्रतिशत तेल इन पेड़ों से उपलब्ध हो सकता हैं। अगर पूरे विश्व में 2 करोड़ हेक्टयर में यूकेलिप्टस के पेड़ों को लगाया जाए तो पूरे विश्व के हवाई जहाज के लिए पांच फीसद तेल निकाला जा सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें