गुरुवार, 15 दिसंबर 2016

प्राकृतिक मिठाई-गुड़ 
खाने के इन फायदों को नहीं जानते होंगे आप


प्राकृतिक मिठाई गुड़ न केवल स्वाद बल्कि सेहत का भी खजाना है। चलिए आपको इसके इन्हीं स्वास्थ्यवर्धक गुणों और लाभों से अवगत करवाते हैं, जिनसे आप अब तक अनजान होंगे:
दुरूस्त होता पाचनः 
गुड़ पेट की समस्याओं से निपटने का बेहद आसान व लाभप्रद उपाय है। यह पेट में गैस बनने एवं पाचन क्रिया से जुड़ी दूसरी समस्याओं को हल करने में बेहतरीन उपाय है। भोजन के बाद गुड़ सेवन पाचन में सहयोग करता है। प्रतिदिन दोपहर व रात के खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ मुंह में रखकर चूसने से पाचन भी बेहतर होता है, और गैस भी नहीं बनती।
सर्दी में लाभदायक 
सर्दी में गुड़ का प्रयोग अमृत के समान होता है। इससे सर्दी, जुकाम एवं विशेषकर कफ से राहत मिलती है। इसके लिए दूध अथवा चाय में गुड़ का प्रयोग किया जा सकता है। इसका काढ़ा भी बनाकर ले सकते हैं।
गले की खराश और जलन में राहत 
गुड़ को अदरक के साथ गर्म करके गुनगुना खाएं। इससे गले की खराश एवं जलन में राहत मिलती है। आवाज काफी बेहतर होती है।
जोड़ों में दर्द 
जोड़ों में दर्द होने पर गुड़ एवं अदरक का प्रयोग बहुत लाभदायक होता है। रोज गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक खाएं, इससे जोड़ों के दर्द में आराम होगा।

मुंहासों की समस्या 
रोज थोड़ा गुड़ खाने से मुंहासों की समस्या नहीं होती। त्वचा में चमक आती है। यह त्वचा समस्याओं को आंतरिक रूप से ठीक करने में मदद करता है।
आयरन की कमी
गुड़ आयरन का एक अच्छा स्रोत है।  शरीर में आयरन की कमी पर गुड़ काफी मदद करता है। एनीमिया रोगियों के लिए गुड़ बहुत फायदेमंद है।
अधि‍क थकान या कमजोरी 
अधि‍क थकान या कमजोरी होने पर गुड़ मदद करता है। यह शरीर में ऊर्जा स्तर को बढ़ावा देता है एवं थकान अनुभव नहीं होती।
शरीर का तापमान नियंत्रित
शरीर का तापमान नियंत्रित रखने में गुड़ सहायक है। इसमें एंटी एलर्जिक तत्व होते हैं, जोकि अस्थमा मरीजों के  लिए फायदेमंद होता है।
पेट में ठंडक 
गैस की समस्या होने पर रोज एक गिलास पानी अथवा दूध के साथ गुड़ का सेवन करने से पेट में ठंडक होती है, जिससे गैस नहीं बनती।
रक्त की सफाई कर मेटाबॉलिज्म रेट नियंत्रित 
गुड़ शरीर में रक्त की सफाई कर मेटाबॉलिज्म रेट को नियंत्रित करता है। साथ ही गुड़ गले एवं फेफड़ों के संक्रमण के इलाज में लाभप्रद है।
अस्थमा में लाभदायक 
अस्थमा में गुड़ बहुत लाभदायक है। गुड़ और काले तिल के लड्डू बनाकर खाने से सर्दी में अस्थमा की समस्या नहीं होती और शरीर में जरूरी गर्मी बनी रहती है।

सांस संबंधी रोगों में लाभप्रद 
सांस संबंधी रोगों के लिए पांच ग्राम गुड़ को समान मात्रा में सरसों के तेल में मिलाकर खाने से सांस संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
गला ठीक कर आवाज खुले 
गला बैठ जाने और आवाज जकड़ जाने की स्थि‍ति में पके हुए चावल में गुड़ मिलाकर खाने से बैठा हुआ गला ठीक होता है एवं आवाज भी खुल जाती है।
कान दर्द में लाभदायक
कान दर्द होने पर गुड़ बहुत लाभदायक है। गुड़ को घी के साथ मिलाकर खाने से कान में दर्द की समस्या नहीं होती।
पीलिया में लाभ 
पीलिया हो जाने पर पांच ग्राम सोंठ में दस ग्राम गुड़ मिलाकर एक साथ खाने से बहुत लाभ होता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने में फायदेमंद
गुड़ स्मरण शक्ति बढ़ाने में फायदेमंद होता है। नियमित सेवन से याददाश्त बढ़ती है और दिमाग कमजोर नहीं होता। गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढती है।
माइग्रेन में फायदा 
माइग्रेन समस्या में गुड़ फायदेमंद है। रोज गुड़ सेवन से लाभ होता है।
वजन कम करने में प्रयोग 
वजन कम करने के लिए भी गुड़ का प्रयोग किया जा सकता है। शरीर में जल के अवधारणा को कम करके शरीर के वजन को नियंत्रित करता है।



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