तो इसलिए खाएं जाते हैं भीगे हुए बादाम
बादाम हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी हैं और अगर वह भीगे हुए तो वह और भी अधिक फायदेमंद होते हैं। चूंकि इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है। यह पाचन क्रिया को दुरूस्त रखता है। बादाम का भूरा रंग का छिलका टैनीन लिए होता है जोकि पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है।
जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुई एक स्टडी की माने तो बादाम एक बहुत ही शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट एजेंट है, जोकि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण को रोकने में सहायता करता है। बादाम का यह गुण हृदय को स्वस्थ रखने एवं पूरी हृदय प्रणाली को हानि व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाव में मदद करता है। अतः दिल रोग पीड़ित स्वस्थ रहने के लिए आहार में भीगे हुए बादाम को सम्मिलित करें।
डॉ. डी हिमांशु की माने तो बादाम ठंड में बहुत लाभकारी है। रात में भिगोकर सुबह छीलकर बादाम खाने से बीपी, हार्ट, कोलेस्ट्रॉल आदि में लाभ मिलता है। भीगा हुआ बादाम एंटीऑक्सीडेंट का भी अच्छा स्रोत होता है। भीगे हुए बादाम शरीर का वजन कम करने में भी सहायक होते हैं। इसमें उपस्थित मोनोसेच्युरेटेड फैट भूख रोकने में मदद करता है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग एवं दिल की धमनियों में रुकावट सहित अनेक प्रकार की बीमारियों का कारक है। इस समस्या के लिए बादाम आपकी सहायता कर सकता है। बादाम शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाने और खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करने में भी सहायक होता है।
जर्नल फ्री रेडिकल रिसर्च में प्रकाशित स्टडी की माने तो रिसर्चर्स ने पाया कि बादाम का सेवन ब्लउ में अल्फा टोकोफेरॉल की मात्रा बढ़ता है, जोकि किसी रक्तचाप को बनाए रखने में महत्वपूर्ण होता है। नियमित रूप से बादाम खाने से एक व्यक्ति का बीपी नीचे लाया जा सकता है।
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