सोमवार, 28 सितंबर 2015

तुलसी के चमत्कारी गुण
उठाएं आप भी इनसे फायदा

हमारे देश में तुलसी पूजनीय पौधा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि तुलसी को आंगन में लगाने से ही बहुत सारी बीमारियां घर में प्रवेश नहीं कर पाती हैं। यहां तक कि यह वायु को भी शुद्ध करती है।

  • तुलसी को काली मिर्च व मिश्री मिलाकर पानी में पकाएं या तीनों को पीसकर गोलियाँ बना लें और दिन में 3-4 बार लेने से नज़ला, बुखार, फ्लू व मौसमी बुखार में फायदा होता है।
  • तुलसी की जड़, पत्ते, डंठल, मंजरी और बीज बराबर मात्रा में ले। इन्हें कूट, छानकर पुराने गुड़ के साथ मिला लें और बकरी के दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से गठिया में लाभ होता है।
  • तुलसी की पत्तियाँ और अदरक को पीसकर शहद से चाटने से खाँसी में फायदा पहुँचता है।
  • तुलसी के पत्तों के साथ पकाया हुआ तिल्ली का तेल लगाने से त्वचा संबंधी रोग दूर होते हैं।
  • तुलसी के 10 पत्तों को एक माशा जीरे के साथ पीस लें और दिन में 3-4 बार चाटें इससे दस्त बंद हो जाएंगे।
  • तुलसी के 4-5 पत्तों को दिन में दो बार चबाएँ इससे मुंह की बदबू दूर हो जाएगी। 
  • आदिवासी अंचलों मे पानी को साफ एवं शुद्ध करने के लिए तुलसी पत्र जल वाले बर्तन में कम से कम सवा घंटे रखा जाता है। फिर कपड़े से पानी को छान लेते हैं। इसके बाद यह पीने योग्य हो जाता है। 
  • तुलसी गर्मी में लू लगने, कीड़े-मकोड़े काटने और रक्त शुद्धि में भी उपयोगी है।
  • तुलसी खून में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है। हाॅर्ट की बीमारी में तुलसी रस का नियमित सेवन करें। तुलसी प हल्दी के जल का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रित रहेगी। इसका कोई भी स्वस्थ व्यक्ति सेवन कर सकता है।

  • तुलसी के पत्तों और फिटकरी को बहुत बारीक पीस लें फिर उसे घाव पर लगाएं इससे शीघ्र लाभ होगा।
  • तुलसी के पत्तों का रस और नारियल तेल मिलाकर अच्छे से फेंट ले। इसको जले हुए पर लगाने से जलन दूर होती है, जख्‍म ठीक हो जाता है तथा जख्म का निशान भी नहीं रहता है। 
  • तुलसी के पत्तों को पीसकर उबटन बनाएं इसे चेहरे पर लगाने से मंुह पर चमक बढ़ने लेगी, झाँइयां और मुहाँसे के निशान देर हो जाएंगे।
  • प्रतिदिन तुलसी के पाँच से सात पत्ते पानी के साथ खाने से बुद्धि और स्मरण शक्ति बढ़ती है। 
  • तुलसी के पत्तों का दो तोला रस पावभर दूध और डेढ़ पाव पानी में मिलाकर पीने से मूत्रदाह की शिकायत दूर होती है।
  • तुलसी की पत्तियों को उबालें। इसका काढ़ा शहद के साथ रोज एक महीना लेने से पथरी मूत्र मार्ग से बाहर निकल आती है। 
  • तुलसी के पत्तों को त्वचा पर रगड़ने से त्वचा पर कोई संक्रमण नहीं होता या संक्रमण होने पर लाभ होता है। 
  • तुलसी रस में बराबर मात्रा में नींबू रस मिलाएं। इस मिश्रण को रात में सोने से पहले चेहरे पर लगाएं। चेहरे पर झाईयां नहीं रहेगी, फुंसियां ठीक होगी व चेहरे पर रंगत में निखार आएंगा। 
  • तुलसी की पत्तियों और मंजरी के सेवन से अधिक थकान होने पर भी आराम होता है। 
  • तुलसी का नियमित सेवन ‘क्रोनिक-माइग्रेन’ से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। तुलसी की 6-8 पत्तियां प्रतिदिन 4-5 बार चबाने से कुछ दिनों में माइग्रेन की समस्या में आराम मिलता है।


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