सामने आई एक नई शोध
युवावस्था में फल और सब्जियां खाने वाले
वृद्धावस्था तक बने रहते हैं दिल से स्वस्थ
हमारे देश में बच्चों और युवाओं को खिलाते समय कहा जाता है कि ‘‘खा ले यही उम्र है, यही खाया-पिया बुढ़ापे में तुम्हारे काम आएगा।’’ इस बात को सपोर्ट करती एक नई अमेरिकी रिसर्च सामने आई है जिसके अनुसार युवावस्था में अधिक फल और सब्जियां खाने वालों के लिए बुढ़ापे में दिल के रोग का खतरा कम हो जाता है। इससे पहले ऐसी कोई डायरेक्ट स्टडी नहीं हुई थी। यह शोध मिनेसोटा स्थित मिनेपोलिस हार्ट इंस्टीट्यूट के डॉ. माइकल डी. मिडेमा व उनकी टीम द्वारा अमेरिका में 30 वर्षों तक 2500 से अधिक युवाओं पर किया गया। इससे पहले अधिकांशतः वृद्ध लोगों के भोजन और दिल के रोगों की स्टडी की गई थी।
इस शोध में, 1985 में शोधकर्ताओं द्वारा 18-30 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं की डाइट हिस्ट्री व दूसरे हेल्थ रिलेटेड डाटा इकट्ठे किए गए। इस लांग टर्म स्टडी के लिए रिसर्चर्स द्वारा 2506 पार्टिसिपेंट्स को फल व सब्जियों के खाने के अनुसार तीन ग्रुपों में बांटा गया। टॉप ग्रुप में उन युवाओं को रखा गया जोकि प्रतिदिन औसतन 7-9 बार सब्जियां व फल खाते थे। बाटम ग्रुप में उन युवाओं को रखा गया जोकि दिन में 2-3 बार ही फल और सब्जियां खाते थे। सन् 2005 में इन पार्टिसिपेंट्स की हार्ट की आर्टरीज का सीटी स्कैन करके डाटा एकत्र किया गया। ठीक दस वर्षों बाद पुनः जांच की गईं। इससे पता चला कि जो युवा सब्जियां व फल अधिक खाते थे, उनमें कम खाने वालों की अपेक्षा आर्टरी में ब्लॉकेज 26 प्रतिशत कम पाई गई। इस शोध से पब्लिश हुए डाॅटा की माने तो फल एवं सब्जियों की भरपूर मात्रा वाली डाइट आपको कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से प्रोटेक्ट करती है।
ऐसे रख सकते हैं अपने दिल को स्वस्थ
- मोनोसैचुरेटेड फैट्सयुक्त ऑलिव ऑयल बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके हार्ट डिजीज के खतरे को कम करता है।
- दिन में एक कटोरी ओटमील लें। इसमें अधिक मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, फोलेट, फाइबर व पोटेशियम रहता है। जोकि दिल के लिए बहुत ही अधिक लाभदायक है। फोलेट द्वारा एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है।
- अखरोट, बादाम आदि नट्स भी ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से बड़े स्रोत हैं जोकि फाइबर की कमी को भी पूरा करते हैं।
- अलसी को खाने में शामिल करने से फाइबर, ओमेगा-3 व ओमेगा-6 फैटी एसिड्स की कमी को पूरा किया जा सकता है।
- राजमा चैला आदि बीन्स व साबुत मूंग को खाने में शामिल करने से ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, कैल्शियम, फाइबर व सॉल्युबल फाइबर की कमी पूरी की जा सकती है।
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