भारतीय बजट के रोचक पहलू
23 जुलाई 2024 को भारतीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट लोकसभा में प्रस्तुत करेंगी। परंपरागत हलवा सेरेमनी से बजट को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बोगेट शब्द से बजट की उत्पत्ति हुई है, जिसका अर्थ है चमड़े का थैला।
चलिए आज हम आपको भारतीय बजट के कुछ रोचक तथ्यों की जानकारी देते हैंः-
1. राष्ट्रपति द्वारा निर्धारित तिथि को बजट संसद में पेश होता है। बजट भाषण के सामान्यतः दो भाग होते हैं- भाग ए सामान्य आर्थिक सर्वेक्षण का और भाग बी कराधान प्रस्तावों का।
2. फरवरी में संसद में वार्षिक केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया जाता हैं, जिसमें राजस्व और व्यय को शामिल किया जाता है। इसमें आगामी वित्तीय वर्ष का भी बजटीय अनुमान होता है।
3. प्रथम भारतीय बजट ईस्ट इंडिया कंपनी के स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन (द इकोनॉमिस्ट और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के संस्थापक) ने 7 अप्रैल, 1860 को प्रस्तुत किया, जिसमें आयकर आरंभ किया गया। यह आज भी सरकार के राजस्व का महत्वपूर्ण स्रोत है।
4. स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आर.के. शणमुखम चेट्टी ने विभाजन और दंगों की पृष्ठभूमि में पेश किया।
5. वर्तमान वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी, 2020 को 2020-21 के लिए केंद्रीय बजट का भाषण (दो घंटे और 42 मिनट) भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा बजट है। तबीयत ठीक न होने के कारण उन्हें दो पन्ने बचे रहने पर ही अपना भाषण खत्म करना पड़ा
6. सन् 1991 में तत्कालीन श्री नरसिम्हा राव सरकार के दौरान शब्दों में सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड मनमोहन सिंह के नाम है। उन्होंने 18,604 शब्दों में बजट प्रस्तुत किया था। दूसरे स्थान पर अरुण जेटली रहे, जिन्होंने 2018 में 18,604 शब्दों में एक घंटे 49 मिनट का भाषण दिया। सबसे छोटा बजट भाषण सन् 1977 में तत्कालीन श्री मोरारजी देसाई सरकार के दौरान वित्त मंत्री हीरूभाई मुलजीभाई पटेल का था, जिसमें केवल 800 शब्द थे।
7. सन् 1962-1969 तक वित्त मंत्री के रूप में श्री मोरारजी देसाई ने भारतीय इतिहास में सर्वाधिक (10) बजट प्रस्ताव प्रस्तुत किएं। फिर पी चिदंबरम (9), प्रणब मुखर्जी (8) एवं यशवंत सिन्हा (8) बजट पेश किए।
8. सन् 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बजट का समय बदलकर शाम 5 बजे से सुबह 11 बजे कर दिया। श्री अरुण जेटली ने वर्ष 2017 में बजट की तारीख 28 फरवरी से बदलकर 1 फरवरी कर दी।
9. केंद्रीय बजट सन् 1955 तक मात्र अंग्रेजी में ही पेश होता था, बाद में कांग्रेसी सरकार ने बजट दस्तावेज हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में छापना आरंभ किया।
10. स्वतंत्र भारत में प्रथम बार वर्ष 2021-22 का बजट कोविड-19 महामारी के कारण पूर्णतः डिजिटल कर दिया गया।
11. वित्त वर्ष 1970-1971 में प्रथम महिला श्रीमती इंदिरा गांधी ने बजट पेश किया था, दूसरी महिला के रूप में सन् 2019 में निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्तुत किया।
12. “अंतरिम बजट“ शब्द का उपयोग प्रथम बार सन् 1948-49 में “आर. शन्मुखम चेट्टी” ने अपने बजट भाषण में किया था।
13. बजट दस्तावेजों के प्रकाशन से ठीक पूर्व नॉर्थ ब्लॉक में ’हलवा समारोह’ होता है, जिसमें वित्त मंत्री बजट से संबंधित मंत्रियों व अधिकारियों में हलवा बांटती हैं।
14. वर्ष 1987 के बजट में भारत में प्रथम बार श्री राजीव गांधी द्वारा कॉर्पोरेट टैक्स आरंभ किया गया।
15. बजट का प्रकाशन वित्त मंत्रालय के बेसमेंट होता है, जिसमें 100 लोग बजट प्रिंट होने तक वहीं रूकते हैं।
16. भारत के दो वित्त मंत्री श्री आर वेंकटरमण और श्री प्रणव मुखर्जी बाद में भारत के राष्ट्रपति भी काम रहे।
17. वर्ष 1973-74 के दौरान बजट घाटा 550 करोड़ रूपये होने से उस बजट “ब्लैक बजट” कहा जाता है।.
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