सोमवार, 22 जुलाई 2024

ऐसे टैक्स जो आपको हैरान कर देंगे

केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण कल यानि 23 जुलाई 2024 को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट प्रस्तुत करेंगी। जहां कई लोग इससे राहत की उम्मीदें लगाएं बैठे हैं, तो वहीं इस बार कुछ अजीबोगरीब टैक्स प्रस्तावित होने की संभावना जताई जा रही है। यहां हम आपको कुछ असामान्य टैक्सों के बारे में बताते हैं, जिनकी जानकारी आपके लिए रोचक हो सकती हैः

गायों की गैस पर टैक्स

डेनमार्क ने 2030 से मवेशियों द्वारा उत्सर्जित गैसों पर टैक्स लगाने की योजना बनाई है। यह कदम ग्लोबल वार्मिंग और ग्रीनहाउस गैसों के प्रभाव को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने भी गायों की डकार पर टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया था। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, मीथेन उत्सर्जन में पशुपालन की 32þ हिस्सेदारी है।


यूरीन पर टैक्स

प्राचीन रोम में यूरीन पर टैक्स लगाया गया था, क्योंकि इसका उपयोग कपड़े धोने और दांत साफ करने में होता था। रोम के राजा वेस्पेशन ने पब्लिक यूरिनल्स से यूरीन पर टैक्स लगाया और जब उनके बेटे ने इसका विरोध किया, तो वेस्पेशन ने कहा कि ’पैसों से दुर्गंध नहीं आती।’


नमक पर टैक्स

14वीं शताब्दी में फ्रांस में नमक पर टैक्स लगाया गया, जो फ्रांस की क्रांति का एक महत्वपूर्ण कारण बना। भारत में भी अंग्रेजों ने नमक पर टैक्स लगाया था, जिसे 1946 में समाप्त किया गया।


टोपी पर टैक्स

1784 में यूके के प्रधानमंत्री विलियम पिट ने पुरुषों की टोपी पर टैक्स लगाया था। इसके तहत सभी हैट के अंदर एक स्टांप लगाया जाता था, और इस नियम का पालन न करने वालों को गंभीर दंड का सामना करना पड़ता था। यह टैक्स 1811 में समाप्त हो गया।


सेक्स पर टैक्स

1971 में रोड आइलैंड, अमेरिका में सेक्स पर टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन इसे कभी लागू नहीं किया गया। जर्मनी में, प्रॉस्टिट्यूशन पर टैक्स लगाने का प्रावधान है, जिसके तहत प्रॉस्टिट्यूट्स को हर महीने और दिन के काम के लिए टैक्स चुकाना पड़ता है।

कुंवारों पर टैक्स

रोम में 9वीं सदी में बैचलर टैक्स लागू किया गया था, जिसका उद्देश्य शादी को बढ़ावा देना था। इसी तरह, 15वीं सदी में ऑटोमन साम्राज्य और 1924 में इटली में भी बैचलर टैक्स लागू किया गया था।


स्तन ढकने पर टैक्स

19वीं शताब्दी में त्रावणकोर के राजा ने निचली जातियों की महिलाओं पर स्तन ढकने पर टैक्स लगाया था। इस टैक्स का विरोध करने वाली नांगेली नामक महिला ने अपने स्तन काट दिए और इस विरोध की वजह से राजा को यह टैक्स समाप्त करना पड़ा।

आत्मा पर टैक्स

1718 में रूस के राजा पीटर द ग्रेट ने आत्मा (सोल) पर टैक्स लगाया। यह टैक्स उन लोगों से लिया जाता था जो आत्मा में विश्वास करते थे, और वे लोग भी इससे प्रभावित होते थे जो धार्मिक आस्था नहीं रखते थे।


दाढ़ी पर टैक्स

1535 में इंग्लैंड के सम्राट हेनरी अष्टम ने दाढ़ी पर टैक्स लगाया। यह टैक्स व्यक्ति की सामाजिक हैसियत के अनुसार था और दाढ़ी बढ़ाने पर टैक्स देना पड़ता था। रूस के शासक पीटर द ग्रेट ने भी इसी तरह का टैक्स लागू किया था।

खिड़कियों पर टैक्स

1696 में इंग्लैंड और वेल्स के राजा विलियम तृतीय ने खिड़कियों पर टैक्स लगाया। इस टैक्स के तहत जिन घरों में 10 से अधिक खिड़कियां थीं, उन्हें टैक्स देना पड़ता था। कई लोगों ने खिड़कियों को बंद कर दिया था, जिससे उनकी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ गईं। यह टैक्स 1851 में समाप्त हो गया।


इन अनोखे और असामान्य टैक्स उपायों से यह स्पष्ट होता है कि सरकारें अपने खजाने को भरने के लिए विभिन्न और कभी-कभी अजीब उपायों पर विचार करती हैं। 

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