मंगलवार, 26 जुलाई 2016

हरियाणी किसान का कमाल-टमाटर की खेती से
6 महीने में कमाये 1 करोड़ रुपए 


खेती-किसानी को आज छोड़ने और कोसने वाले तो बहुत मिल जाएंगे लेकिन कुछ एक ऐसे भी हैं जोकि कृषि को बदलते परिवेश में ढालकर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। आज हम आपको ऐसे ही हैं एक हरियाणी किसान नरेश जाट से मिलने जा रहे हैं जिन्होंने कम पानी होने के बावजूद भी केवलारी विकासखंड के मुनगापार गांव के करीब टमाटर की उन्नत खेती के लिए न केवल हिम्मत दिखाई बल्कि बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती करके छः माह में एक करोड़ रुपए से भी अधिक कमाई कर डाली, जोकि आसपास के किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है। यही कारण है कि दूसरे किसान भी गेहूं, चना, सोयाबीन आदि फसलों के स्थान पर टमाटर की खेती करने लगे हैं। नरेश के खेतों में प्रतिदिन 50 श्रमिकों को रोजगार भी मिल रहा है।
नरेश की माने तो वह ढुल्लू चैधरी (केवलारी) की 48 एकड़ जमीन को ठेके पर लेकर पांच वर्षों से उसपर टमाटर की खेती कर रहे हैं। इस खेती में प्रति एकड़ एक लाख रुपए खर्च होते हैं परंतु छः महीने में टमाटर की खेती से एक करोड़ रुपए से भी अधिक का मुनाफा होता है। इससे प्रति एकड़ दो-ढाई लाख मिल जाते हैं। वह सब्जी चक्र में परिवर्तन के लिए अभी शिमला मिर्च एवं फूलगोभी भी लगना शुरू कर चुके है।

नरेश ने पानी की कमी से निपटने के लिए सिंचाई में ड्रिप पद्धति को अपनाया है। इस पद्धति में बूंद-बंूद पानी का उपयोग करके खेती की जाती है। नरेश का कहना है कि वह देशी किस्म का ही बीज लगाते हैं ताकि टमाटर जल्दी खराब न हों। इसकी मदद भी अधिक रहती है। एक एकड़ में 50 टन टमाटर होता है जिसको ट्रकों से नागपुर, जबलपुर एवं सिवनी भिजवाया जाता हैं। 

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