शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2017

अमेरिकी थिंक टैंक की माने तो भारत पांच साल में होगा 
सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था 


अमेरिका के एक प्रमुख खुफिया थिंक टैंक द नैशनल इंटेलिजेंस काउंसिल की ग्लोबल ट्रेंड्स रिपोर्ट की माने तो भारत अगले पांच साल में विश्व की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जाएगा। पाकिस्तान भी भारत की आर्थिक ताकत का सामना करने में सक्षम नहीं है, इसलिए वह संतुलन के दिखावे के प्रयास में दूसरे तरीकों को खोजेगा। रिपोर्ट बताती है कि ‘‘भारत की आर्थिक क्षमता से सामना करने में असक्षम पाकिस्तान संतुलन साधने का दिखावा करने हेतु दूसरे रास्तों की खोज करेगा।...चूंकि, चीन की अर्थव्यवस्था नरम पड़ रही है और दूसरी अर्थव्यवस्थाओं का विकास भी मंद पड़ रहा है, ऐसे में भारत अगले पांच सालों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जाएगा। लेकिन, असमानता और धार्मिक मसलों से पैदा आंतरिक तनाव की वजह से विकास का विस्तार जटिल हो जाएगा।’’ अमेरिकी खुफिया समुदाय एनआईसी मध्यावधि एवं दीर्घावधि की रणनीतियां बनाती है।

इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि पाकिस्तान अपने लिए विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों की खोज करेगा, जिनसे उसे आर्थिक एवं सुरक्षा सहायता मिल सकती है। सहयोगी देश पाकिस्तान को परमाणु शस्त्रागार व आपूर्ति के साधनों का विस्तार कर विश्वसनीय परमाणु प्रतिरोध विकसित करने में भी मदद कर सकते हैं। इनमें युद्ध क्षेत्र के परमाणु हथियारों और समुद्री लड़ाई के विकल्पों को मजबूती प्रदान करना भी शामिल होगा। उग्रवाद पर लगाम लगाने के प्रयास में इस्लामाबाद को कई मोर्चों पर आंतरिक सुरक्षा खतरों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, वहां इन अभियानों में प्रयोग औजारों की निरंतर कमी, वित्तीय साधनों में गिरावट एवं अतिवाद का स्थान कम करने के लिए बदलावों की आवश्यकता पर विचार-विमर्श भी होंगे।

एनआईसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत कर बढ़ती आर्थिक ताकत और इलाके में इसकी हैसियत से समीकरण एवं जटिल हो जाएगा चूंकि नई दिल्ली अपने बढ़ते हितों की सुरक्षा के लिए पेइचिंग, मॉस्को एवं वॉशिंगटन के साथ संबंध का संतुलन साधता रहेगा। यद्यपि, नई दिल्ली दक्षिण एशिया के छोटे देशों को विकास में सहयोग व अपनी अर्थव्यवस्था से संलग्नता बढ़ाकर उनकी आर्थिक हैसियत का लाभ देगा। इस प्रयत्न में स्वयं भारत को इलाके में अपना दबदबा बनाने की कोशिश को बल मिलेगा।

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