रविवार, 24 दिसंबर 2017

आज का विचार 

चाहें सारे जमाने का दामन छूट जाए

पर उम्मीदों का दामन छूटने ना दो.

चाहें आसमां का सूरज बुझ जाए,

पर मन का सूरज बुझने ना दो.

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