मंगलवार, 25 फ़रवरी 2025

AI की 'अँधेरी दुनिया' : क्या आपका फ़ोन सच में आपकी बातें सुन रहा है?

"आप बात करते हैं, और फ़ोन विज्ञापन दिखाता है—संयोग या साजिश?"

आपने कभी नोटिस किया है कि जब आप किसी उत्पाद के बारे में बात करते हैं, तो अगले ही पल सोशल मीडिया पर उसका विज्ञापन दिखाई देता है? 

यह सवाल दुनिया भर के उपभोक्ताओं को परेशान कर रहा है: क्या हमारे फ़ोन हमें सुन रहे हैं? AI की बढ़ती ताकत और डेटा संग्रह के इस युग में, यह डर वाजिब लगता है। पर सच क्या है?



1. टेक्नोलॉजी का पर्दाफ़ाश: "सिरी, ओके गूगल" से आगे की कहानी

  • वॉयस असिस्टेंट्स का सच: Siri, Google Assistant, या Alexa जैसे AI टूल्स "वेक वर्ड" (जैसे "हे सिरी") पर सक्रिय होते हैं। पर 2019 में Apple ने स्वीकारा कि कॉन्ट्रैक्टर्स ने उपयोगकर्ताओं की बातचीत के सैंपल सुने।
  • ऐप्स की माइक एक्सेस: Instagram, Facebook जैसे ऐप्स माइक्रोफ़ोन एक्सेस की अनुमति माँगते हैं। 2020 के एक शोध में पाया गया कि 1,000 में से 600+ ऐप्स बिना ज़रूरत माइक का उपयोग करते हैं।


2. विशेषज्ञों की राय: "सुनते हैं, पर कैसे?"

  • डॉ. अंकित शर्मा (साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ): "AI आपकी आवाज़ को डेटा में बदलता है, लेकिन यह डेटा एन्क्रिप्टेड और एनोनिमाइज़्ड होता है। पर हैकर्स या ऐप्स इसे गलत हाथों में दे सकते हैं।"
  • मेटा (फेसबुक) का बयान: "हम आपकी बातचीत को विज्ञापनों के लिए नहीं सुनते। विज्ञापन आपकी सर्च हिस्ट्री, लोकेशन, और इंटरेस्ट्स पर आधारित होते हैं।"

3. यूजर्स के अनुभव: "मेरी बेटी ने खिलौने की बात की, और विज्ञापन आ गए!"

  • मुंबई की रेणुका पाटिल: "मैंने दोस्त से स्केटबोर्ड की चर्चा की, और अगले दिन Amazon ने सुझाव दिया। यह संयोग नहीं हो सकता।"
  • गूगल की प्रतिक्रिया: "यह कीवर्ड्स, लोकेशन, या आपके कॉन्टैक्ट्स की गतिविधियों से जुड़ा हो सकता है।"



4. डेटा सुरक्षा के टिप्स: "अपने फ़ोन को म्यूट करें"

  • ऐप परमिशन चेक करें: Settings > Privacy > Microphone पर जाकर अनावश्यक ऐप्स की एक्सेस बंद करें।
  • वॉयस असिस्टेंट को लिमिट करें: "Hey Siri" या "Ok Google" फ़ीचर को डिसेबल करें।
  • VPN और एंटीवायरस: डेटा लीक रोकने के लिए प्रीमियम सुरक्षा टूल्स इस्तेमाल करें।


5. कानूनी पहलू: GDPR और भारत का डेटा प्रोटेक्शन बिल

  • यूरोप का GDPR: कंपनियों को यूजर्स की सहमति के बिना डेटा इकट्ठा करने पर भारी जुर्माना।
  • भारत का डिजिटल डेटा प्रोटेक्शन बिल, 2023: निजी डेटा के दुरुपयोग पर रोक, लेकिन अभी तक लागू नहीं।



"सवाल बड़ा है, जवाब धुंधला"

AI की दुनिया में विश्वास और सुरक्षा के बीच संतुलन ज़रूरी है। जैसा कि स्टीव जॉब्स ने कहा था— "प्रौद्योगिकी तटस्थ है; उसका उपयोग हम तय करते हैं।" अगला कदम हमारे हाथ में है: जागरूक बनें, परमिशन्स नियंत्रित करें, और सिस्टम को चुनौती दें।


स्रोत:

  • Apple’s Siri Quality Evaluation Program (2019)

  • The Guardian Report on App Permissions (2020)

  • Interview with Dr. Ankit Sharma, Cybersecurity Analyst

  • Meta’s Official Statement on Ad Targeting (2023)





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