"दुनिया के अद्भुत रहस्यों की खोज: ज्ञान, रोमांच, और मनोरंजन का अनूठा संगम" 🌏 एक ऐसी दुनिया की कल्पना करें, जहाँ हर पल एक नया सवाल, हर जवाब एक नई रोशनी! हमारे चैनल पर आपका स्वागत है, जहाँ जानकारी सिर्फ़ तथ्यों का संग्रह नहीं, बल्कि एक जीवंत अनुभव है। यहाँ हर कहानी आपकी सोच को चुनौती देगी, हर तस्वीर आपकी आँखों को नई दुनिया दिखाएगी, और हर तथ्य आपके दिमाग़ में जिज्ञासा की चिंगारी जलाएगा। क्या आप तैयार हैं उस यात्रा के लिए, जहाँ "जानना" सिर्फ़ शुरुआत है और "समझना" असली मज़ा?
मंगलवार, 27 फ़रवरी 2018
सोमवार, 26 फ़रवरी 2018
रविवार, 25 फ़रवरी 2018
गुरुवार, 22 फ़रवरी 2018
मंगलवार, 20 फ़रवरी 2018
सोमवार, 19 फ़रवरी 2018
रविवार, 18 फ़रवरी 2018
शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2018
गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018
बुधवार, 14 फ़रवरी 2018
सोमवार, 12 फ़रवरी 2018
रविवार, 11 फ़रवरी 2018
शनिवार, 10 फ़रवरी 2018
शिक्षा के क्षेत्र में हो रहा है सकारात्मक सुधार
नवयुवक बन रहे अब काम के लायक
120 कंपनियों और 510,000 छात्रों पर हुए इस सर्वेक्षण के सकारात्मक नतीजे बताते हैं कि शिक्षा प्रणाली और नवयुवकों के स्किल में पहले की अपेक्षाकृत अच्छा सुधार देखने को मिला है। रोजगार योग्यता अथवा नियोजनीयता मैनेजमेंट अवधारणा को हाल ही में शामिल किया गया है। वर्ष 1997 में सुमंत्र घोषाल ने इसे सर्वप्रथम प्रस्तुत किया, जिसका अर्थ है मूल्य उत्पादक कार्य करके धन कमाना और काम करते हुए अपनी क्षमताओं या निपुणता में वृद्धि करना ताकि भविष्य में अधिक बेहतर संभावनाओं को तलाशा जा सके।
हमारे देश में तकनीकी शिक्षा के अलावा दूसरे क्षेत्रों को इस दायरे से बाहर रखा जाता था। दूसरे अर्थों में कहे तो स्नातक सरकारी नौकरियों के लिए चाहे अच्छे से फिट हो जाते हैं, किंतु उत्पादक कार्यों के लिए वे उपयोगी नहीं होते। हाल में आया सर्वेक्षण इसके उल्ट यह प्रदर्शित करता है कि फिलहाल ऐसे में स्नातकों में कॉरपोरेट नौकरियों के लिए योग्यता पैदा हुई है।
गत वर्ष की अपेक्षा इस साल इसमें काफी वृद्धि देखी गई है जैसेकि इंजीनियरिंग क्षेत्र में रोजगार क्षमता 2016-17 में 50.69 प्रतिशत थी, जोकि 2017-18 में 51.52 प्रतिशत हो गई। फार्मास्युटिकल्स में गत वर्ष 42.3 फीसदी रहने वाली रोजगार क्षमता इस साल 47.78 प्रतिशत हो गई। कंप्यूटर ऐप्लिकेशंस में आश्चर्यजनक तरीके से यह क्षमता 31.36 प्रतिशत से बढ़कर 43.85 फीसदी तक हो गई। बीए में 35.66 फीसदी रहे वाली रोजगार क्षमता इस वर्ष 37.39 प्रतिशत हो गई। वहीं दूसरी ओर 2014 से शुरू उछाल पर रही एमबीए और बीकॉम की रोजगार योग्यता (34 प्रतिशत से 46 प्रतिशत पर पहुंच गई थी) में गिरावट दर्ज की गई। मोटा मोटी देखे तो यह निकलकर आया कि प्रत्येक दो नए स्नातकों में से एक को रोजगार दिया जा सकता है। इंजीनियरों के रोजगार में भी 52 प्रतिशत रोजगार लायक पाएं गए हैं। सर्वाधिक योग्य कंप्यूटर साइंस विद्यार्थी माने गए।
सर्वेक्षणकर्ताओं की माने तो अनेक संस्थानों ने बदलते समय की नब्ज के हिसाब से अपने कोर्सों को बदला है, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाया है और अपने छात्रों को रोजगार दक्ष बनाने के लिए लीक से हटकर प्रयत्न किए हैं। ऐसे में, सरकार के समक्ष एक नई चुनौती आ खड़ी हुई है, चूंकि दक्ष कर्मचारी बेरोजगारी को सरलता से सहन नहीं कर पाएगे।
शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2018
आईटीआर स्क्रूटनी के समय अब करदाताओं से
5 सवाल से ज्यादा नहीं पूछ पाएंगे आयकर अधिकारी
नई प्रक्रिया का उद्देश्य
आयकर दाताओं और आयकर अधिकारी के बीच सीधे संपर्क को कम करना। प्रायः शिकायतें मिलती थीं कि अधिकारी करदाताओं को धमकाते एवं परेशान करते हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी की माने तो अब सब ऑनलाइन होगा। अधिकारी टैक्स स्क्रूटनी से जुड़े प्रश्न टैक्सपेयर्स को ऑनलाइन ही भेज सकेगा। ये सवाल 5 से ज्यादा नहीं होंगे।
अब तक होती थी यह प्रक्रिया
आयकर अधिकारी किसी भी आयकरदाता को टैक्स स्क्रूटनी के नाम पर बुलाकर अनेक पेपर और जानकारी मांगते थे। ऑफिस के अनेक चक्कर लगवाते थे।
नहीं लगेगी टैक्स चोरी पर लगाम
आयकर विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि सभी फील्ड पर काम करने वाले अधिकारी को आदेश दिए गए हैं कि आयकरदाताओं को परेशान न किया जाए। सीधे करदाताओं के पास जाकर उसकी आय और टैक्स प्रोफाइल के बारे में पूछताछ अथवा सर्वे न करें। इससे करदाताओं का एक बड़ा वर्ग जो अपनी आय के हिसाब से कर नहीं देता है, उसका डर खत्म हो जाएगा और टैक्स की चोरी पर अंकुश नहीं लग पाएगा।
अधिकारी की माने तो अगर किसी बाजार में एक दुकानदार के यहां आयकर विभाग अधिकारी सर्वे करते हैं तो पूरे बाजार के दुकानदारों पर इसका असर होता है और वे टैक्स नियमों का पालन करते हैं, परंतु अब कहा जा रहा है कि आपको दुकानदार के पास जाने की जरूरत नहीं है।
पूरे देश में लागू होगा ई -असेसेमेंट
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट 2018-19 भाषण में कहा गया था कि हम देशभर में ई -असेममेंट लागू करने के लिए तैयार हैं। केंद्र ने 2016 में पायलट बेसिस पर ई-असेसमेंट लागू किया था। 2017 में इसे बढ़ा कर 102 शहरों में कर दिया गया था। अब इनकम टैक्स विभाग ने ई-असेसमेंट प्रक्रिया पूरे देश में लागू करने का फैसला किया है। इसके तहत असेसमेंट की पूरी प्रकिया ऑनलाइन होगी और टैक्सपेयर्स और असेसिंग ऑफीसर के बीच संपर्क की जरूरत नहीं होगी।
टैक्स नेट में आए 8 करोड़ टैक्सपेयर्स
सुशील चंद्रा (चेयरमैन, सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज अर्थात् सीबीडीटी) ने हाल में दावा किया है कि देश में टैक्सबेस 8 करोड़ तक पहुंच गया है अर्थात् 8 करोड़ टैक्सपेयर्स आयकर रिटर्न फाइल कर रहे हैं। ऐसा डायरेक्ट टैक्सेज के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर सुधारों को लागू करने से हुआ है।
गुरुवार, 8 फ़रवरी 2018
आज का विचार
मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो परंतु उसकी परछाई सदैव काली होती है…“मैं श्रेष्ठ हूँ” यह आत्मविश्वास है, लेकिन “सिर्फ मैं ही श्रेष्ठ हूँ” यह अहंकार है…”इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है, और इच्छा पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है। इसलिये जीवन की हर स्थिति में धैर्य बनाये रखना ही श्रेष्ठता है।
मंगलवार, 6 फ़रवरी 2018
सोमवार, 5 फ़रवरी 2018
रविवार, 4 फ़रवरी 2018
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