मंगलवार, 31 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

आपको कोई भी काम करने से पहले हमेशा दूर की सोचकर चलना चाहिए। इसके लिए आप जो भी कार्य करने जा रहे हैं, उसे करने से पहले यह जरूर सोच लेना चाहिए कि इसके क्या परिणाम होंगे। यदि सकारात्मक सोच (Positive result) हों तो कार्य को शुरू कर देना चाहिए। अपनी सोच को ऐसा बनायें कि किसी कार्य के भविष्य में क्या परिणाम होंगे, इसकी परख आप कर सकें।

रविवार, 29 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

आपके द्वारा बोले गए शब्दों से अधिक महत्वपूर्ण आपके कार्य होते हैं। जीवन में हमेशा ऐसा करो कि लोग आपको आपकी बातों से नहीं बल्कि आपके कार्यों से जाने। यानि आप किसी कार्य को करने के लिए कहते हैं तो यह बात महत्वपूर्ण नहीं है। लेकिन यदि आप उस कार्य को पूरा कर देते हैं तो यह बात महत्वपूर्ण है। यही जीवन की असली सफलता  है।

शुक्रवार, 27 अक्टूबर 2017

ओस की बूंदों से सिंचाई
दीवारों पर गेहूं और धान की खेती
प्रतिकूल मौसम में भी हर तरह की फसल लेना 
यह सब संभव कर एक किसान कर रहा है 1 करोड़ की आमदनी 
कभी घर खर्च चलाना था मुश्किल


खेती को घाटे का सौदा करने वालों लोगों की बोलती बंद करती अनेक लोगों की मिसालें हम अपने इस ब्लाॅग में समय-समय पर प्रकाशित करते रहे हैं। इसी श्रृंखला के अंतर्गत आज हम आपको एक ऐसे राज्य के किसान से मिलवाने जा रहे हैं। जहां पर पानी की भारी किल्लत है। जहां तक बरसात की बात करें तो वहां उसका कोई ठोर-ठि‍काना नहीं होता। ऐसे में, एक किसान ने अथक परिश्रम, लगन, आधुनिक तकनीकों और वैज्ञानिक तौर-तरीकों को अपनाकर ऐसी कमाई की ऐसी फसल तैयार की कि‍ सारे भारतवर्ष में उसके बारे में चर्चे होने लगे।

जी हां! हम बात कर रहे हैं, राजस्‍थान के जयपुर से लगभग 35 कि.मी. दूर स्थित गांव गुड़ा कुमावतान के कि‍सान खेमा राम (45 वर्ष) की। नौवीं पास खेमाराम की स्थिति आज से पांच वर्ष पूर्व दूसरें किसानों की ही तरह थी। आज से 15 साल पहले उनके पिता कर्ज से डूबे थे। ज्यादा पढ़ाई न कर पाने की वजह से परिवार के गुजर-बसर के लिए इनका खेती करना ही आमदनी का मुख्य जरिया था। ये खेती में ही बदलाव चाहते थे, शुरुआत इन्होने ड्रिप इरीगेशन से की थी। इजरायल जाने के बाद ये वहां का माडल अपनाना चाहते थे।
खेमा राम आज सारे देश के कि‍सानों के लि‍ए एक आदर्श बन चुके हैं। आज भी प्रतिदिन दूर-दूर से लोग यह देखने आते हैं कि‍ कैसे ओस की बूंदों से सिंचाई हो सकती है? कैसे दीवारों पर गेहूं और धान की खेती की जा सकती है? इतना ही नहीं कैसे हम मौसम को धता बता कर सफलतापूर्वक उपज ले सकते हैं? सबसे हैरान करने वाली बात तो यह कि पांच वर्ष पहले घर का खर्चा चलाने से परेशान खेमा रामजी का आज वार्षिक टर्नओवर 1 करोड़ जा पहुंचा है, जोकि निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। 
आप भी यह सब पढ़कर सोच रहे होंगे कि आखिर खेमाराम जी ने कौन सी तकनीक को अपनाया कि पांच वर्षों में उनके वारे-न्यारे हो गए। चलिए आपको बताते हैं कि इस कृषि तकनीक के बारे में। असल में हुआ यूं कि खेमा राम ने वर्ष 2012 में सरकार के सहयोग से इजरायल की यात्रा की। कृषि क्षेत्र में इजरायल विश्व का सबसे हाईटेक देश माना जाता है। वहां रेगिस्तान में ओस से सिंचाई होती है, दीवारों पर गेहूं, धान उगाए जाते हैं, भारत के लाखों लोगों के लिए ये एक सपना ही है। इजरायल से सिंचाई की आधुनिक तकनीकों और सरंक्षित खेती (पॉली हाउस) में फसलें उगाने की जानकारी मिली। वापस आने के बाद इस तर्ज पर खेमा राम ने बि‍ना देर लगाए इस तकनीक को व्यावहारिक धरातल पर उतारना शुरू कर दि‍या। जैसा कि स्वाभाविक रूप से सभी के साथ होता है वैसे ही आरंभ में खेमा राम जी के सामने भी अनेक परेशानियां आईं परंतु उन्‍होंने हार न मानी। कुछ देसी तकनीक तो कुछ वि‍देशी तकनीक को मि‍लाकर कर सिंचाई का सि‍स्‍टम व पॉली हाउस तैयार कर लि‍या, जिसे साधारणतः हम हिंदुस्तानी जुगाड़ का नाम देते हैं।

आरंभ में खेमा राम जी ने 9 लाख रुपए बैंक से ऋण लेकर और शेष सरकार से अनुदान प्राप्त कर चार हजार वर्गमीटर क्षेत्र में पॉली हाउस लगाया। इसमें सबसे पहले उन्होंने खीरे की फसल की। पहली बार में ही उन्‍होंने लगभग 11 लाख रुपए का खीरा बेचा। सबसे पहले उन्होंने बैंक कर्ज चुकाया। आज उनके पास तीस हजार वर्गमीटर क्षेत्र में पॉली हाउस हैं, जिसमें बीस हजार वर्ग मीटर पर पॉली हाउस उन्‍होंने सरकारी सहायता से तो दस हजार वर्गमीटर उन्‍होंने अपने खर्च से बनवाये हैं। पॉली हाउस की छत पर माइक्रो स्प्रिंकलर लगे हैं, जोकि भीतर तापमान कम रखते हैं। दस फीट पर लगे फव्वारे फसल में नमी बनाए रखते हैं।

खेमाराम ने अपनी खेती में 2006-07 से ड्रिप इरीगेशन 18 बीघा खेती में लगा लिया था। इससे फसल को जरूरत के हिसाब से पानी मिलता है और लागत कम आती है। ड्रिप इरीगेशन से खेती करने की वजह से जयपुर जिले से इन्हें ही सरकारी खर्चे पर इजरायल जाने का मौका मिला था जहाँ से ये खेती की नई तकनीक सीख आयें हैं।

इतना ही नहीं खेमाराम आज कोई भी मौसम में कोई भी फसल लगा सकते हैं। चूंकि उनके पास दो तालाब और चार हजार वर्ग मीटर में फैन पैड है। साथ-साथ ही साथ उनके पास 40 किलोवाट का सोलर पैनल भी है। खेमा राम चैधरी बताते हैं कि सोलर पैनल लगाने से फसल को समय से पानी मिल पाता है, फैन पैड भी इसी की मदद से चलता है, इसे लगाने में पैसा तो एक बार खर्च हुआ ही है लेकिन पैदावार भी कई गुना बढ़ी है जिससे अच्छा मुनाफा मिल रहा है, सोलर पैनल से हम बिजली कटौती को मात दे रहे हैं।

फैन पैड (वातानुकूलित) कूलिंग सि‍स्‍टम है, जि‍सकी सहायता से कि‍सी भी ऋतु में कोई भी उपज ली जा सकती है। यद्यपि इसकी लागत अत्यधिक है। 80 लाख की लागत में 10 हजार वर्गमीटर में फैन पैड लगाने वाले खेमाराम ने बताया, “पूरे साल इसकी आक्सीजन में जिस तापमान पर जो फसल लेना चाहें ले सकते हैं, मै खरबूजा और खीरा ही लेता हूँ, इसमे लागत ज्यादा आती है लेकिन मुनाफा भी चार गुना होता है। डेढ़ महीने बाद इस खेत से खीरा निकलने लगेगा, जब खरबूजा कहीं नहीं उगता उस समय फैन पैड में इसकी अच्छी उपज और अच्छा भाव ले लेते हैं।...खीरा और खरबूजा का बहुत अच्छा मुनाफा मिलता है, इसमें एक तरफ 23 पंखे लगें हैं दूसरी तरफ फव्वारे से पानी चलता रहता है ,गर्मी में जब तापमान ज्यादा रहता है तो सोलर से ये पंखे चलते हैं, फसल की जरूरत के अनुसार वातावरण मिलता है, जिससे पैदावार अच्छी होती है।...ड्रिप से सिंचाई में बहुत पैसा बच जाता है और मल्च पद्धति से फसल मौसम की मार, खरपतवार से बच जाती है जिससे अच्छी पैदावार होती है। तरबूज, ककड़ी, टिंडे और फूलों की खेती में अच्छा मुनाफा है। सरकार इसमे अच्छी सब्सिडी देती है, एक बार लागत लगाने के बाद इससे अच्छी उपज ली जा सकती है।”

आज इस क्षेत्र में 200 से अधिक पॉली हाउस हैं। खेमा राम जी की माने तो यहां के‍ कि‍सान अब बहुत अधिक जागरूक हो चुके हैं, फिर भी यदि कि‍सानों को सरकार की सहायता मि‍ले तो इस काम को और आगे बढ़ाया जा सकता है। पॉलीहाउस जैसा सि‍स्‍टम बनाने में सरकारी अनुदान बहुत जरूरी है।
खेमाराम चैधरी जी के देखादेखी आसपास के पांच किलोमीटर के दायरे में लगभग 200 पॉली हाउस बन चुके हैं। जहां किसान संरक्षित खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। पॉली हाउस लगे इस पूरे क्षेत्र को लोग अब मिनी इजरायल के नाम से जाना जाता हैं। खेमाराम की माने तो “आज से पांच साल पहले हमारे पास एक रुपए भी जमा पूंजी नहीं थी, इस खेती से परिवार का साल भर खर्चा निकालना ही मुश्किल पड़ता था। हर समय खेती घाटे का सौदा लगती थी, लेकिन जबसे मैं इजरायल से वापस आया और अपनी खेती में नये तौर-तरीके अपनाए, तबसे मुझे लगता है खेती मुनाफे का सौदा है, आज तीन हेक्टयर जमीन से ही सालाना एक करोड़ का टर्नओवर निकल आता है।...अगर किसान को कृषि के नये तौर तरीके पता हों और किसान मेहनत कर ले जाए तो उसकी आय 2019 में दोगुनी नहीं बल्कि दस गुनी बढ़ जाएगी।”

खेमा राम चैधरी को खरबूजा की बेहतर पैदावार के लिए वर्ष 2015 में महिंद्रा की तरफ से नेशनल अवार्ड केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह द्वारा दिल्ली में दिया गया। इन्हें कृषि विभाग की तरफ से सोलर पैनल लगाने के लिए सम्मानित किया जा चुका है।

गुरुवार, 26 अक्टूबर 2017


आज का विचार 

जीवन में कोई भी कार्य अचानक या संयोग से (तुक्के से) नहीं होते। और अगर ऐसा हो भी जाता है तो ऐसे काम स्थायी नहीं होते। आपके वही कार्य आपका जिंदगी भर साथ देते हैं जिनको आपने सोच समझकर और एक योजना बनाकर किया हो। अतः संयोग में नहीं बल्कि अच्छी योजना में विश्वास रखिये।

बुधवार, 25 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

जिन लोगों के पास खाली समय होता है, वह हमेशा काम करने वाले लोगों का समय बर्बाद करते हैं। आपको जीवन में हमेशा ऐसे लोगों से बच कर रहना चाहिए। यदि आपके जीवन में इस समय ऐसे लोग हैं तो वह आपको उतना सफल नहीं होने देंगे जितना आप उनसे दूर रहकर सफल हो सकते हैं।

मंगलवार, 24 अक्टूबर 2017

आज का विचार

यदि आप शहद खाना चाहते हैं, तो आपको इस बात के लिए भी तैयार रहना चाहिए कि मधुमक्खियाँ आपको जरूर काटेंगी। आप कोई अच्छा कार्य करना चाहते हैं या सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको रास्ते में पड़ने वाली परेशानियों और कठिनाइयों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि आप तैयार हैं तो कदम बढ़ा दीजिए।

सोमवार, 23 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये कि
आपने क्या करने के लिए सोचा है,
बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये
और इस काम को करने के लिए दृढ रहिये।

-चाणक्य

रविवार, 22 अक्टूबर 2017

आज का विचार 


हर सुबह पांच बाते अपने आप से बोलो:-
1- मैं सबसे अच्छा हूॅं।
2- मैं यह कर सकता हूॅं।
3- भगवान हमेशा मेरे साथ है।
4- मैं एक विजेता हूॅं।
5- आज का दिन मेरा दिन है। 
~ ऐ पी जे अब्दुल कलाम

मंगलवार, 17 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

यदि आप दूसरों में खुशियाँ तलाशते हैं तो;
आप अकेले हो सकते हैं।
पर इन्हें खुद में तलाशेंगे तो;
अकेले रहने पर भी आप खुश रह सकते हैं ।

सोमवार, 16 अक्टूबर 2017

आज का विचार 


आप थोड़ी देर और सो सकते हैं और असफलता का सामना कर सकते हैं या आप सफलता का पीछा करने के लिए तुरंत उठ सकते हैं। इच्छा पूरी तरह से आपकी है।

रविवार, 15 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

अगर कल का दिन अच्छा था तो रुकिए नहीं,
हो सकता है आपकी जीत का सिलसिला
बस अभी शुरू ही हुआ हो।

शनिवार, 14 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

याद रखें कि कोई भी आपकी सहमति के बिना 

आपको नीचा नहीं महसूस करवा सकता।

गुरुवार, 12 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

जो अपने लक्ष्य के प्रति पागल हो गया है, उसे ही प्रकाश का दर्शन होता है। जो थोड़ा इधर, थोड़ा उधर हाथ मारते हैं, वे कोई लक्ष्य पूर्ण नहीं कर पाते। वे कुछ क्षणों के लिए बड़ा जोश दिखाते है; किन्तु वह शीघ्र ठंडा हो जाता है।

स्वामी विवेकानंद

बुधवार, 11 अक्टूबर 2017

आज का विचार 


व्यक्ति द्वारा कामयाब होने के लिए लिया गया फैसला
बाकी सभी फैसलों से अधिक महत्वपूर्ण होता है।

 अब्राहिम लिंकन 

मंगलवार, 10 अक्टूबर 2017

आज का विचार 

संभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है,
असंभव से भी आगे निकल जाना.

सोमवार, 9 अक्टूबर 2017

                      

        आज का विचार 

                                 हाथ की लकीरों की ताक़त का अंदाजा                                                       इस बात से लगाया जा सकता है कि                                       वे मुट्ठी में बंद होकर भी काबू में नहीं होती।

रविवार, 8 अक्टूबर 2017

   आज का विचार 

                   बोलने से पहले सोचना चाहिए क्योंकि बोले गए वचन                   केवल माफ किए जा सकते हैं भुलाए नहीं जा सकते।

गुरुवार, 5 अक्टूबर 2017

आज का विचार 


हमें किसी से भी उतनी हीं नजदीकी बढ़ानी चाहिए, जितनी नजदीकी जरूरी हो, क्योंकि जरूरत से ज्यादानजदीकी अक्सर मनमुटाव और गलतफहमियाँ पैदा करके रिश्तों को तोड़-मरोड़कर रख देती है

बुधवार, 4 अक्टूबर 2017


आज का विचार 

अगर किसी कार्य में हार ही माननी थी तो फिर सोचो के इतनी देर से उसमें क्यों समय खराब किया?

मंगलवार, 3 अक्टूबर 2017



आज का विचार 

अशिष्टता कमजोर मनुष्य की ताकत का महज नकली दिखावा होती है।

सोमवार, 2 अक्टूबर 2017


आज का विचार 

आत्मविश्वास शांत होता है और असुरक्षा बेचैन होती है।