मंगलवार, 5 अगस्त 2025

माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के 7 अचूक उपाय

भारतवर्ष में माँ लक्ष्मी केवल धन की देवी नहीं, बल्कि समृद्धि, सुख-शांति और वैभव की प्रतीक मानी जाती हैं। दीपावली हो या शुक्रवार की व्रत-कथा, हर भारतीय घर में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने का प्रयास सदियों से होता रहा है। लेकिन क्या केवल दीप जलाने और धनतेरस पर खरीदारी करने से माता प्रसन्न हो जाती हैं?
यहाँ हम आपको बताएँगे माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के 7 ऐसे अचूक उपाय, जो शास्त्रों में भी वर्णित हैं और संतों ने भी जिनकी महिमा गाई है।


1. स्वच्छता में बसती है लक्ष्मी

माता लक्ष्मी को स्वच्छता अत्यंत प्रिय है। जिस घर में नियमित झाड़ू-पोंछा होता है, वहाँ नकारात्मक ऊर्जा टिक नहीं पाती और लक्ष्मी कृपा स्वतः आती है।
विशेष रूप से संध्या समय घर के मुख्य द्वार को धोकर दीपक लगाना अत्यंत शुभ माना गया है।

2. शुक्रवार का व्रत और सफेद वस्तुओं का दान

शुक्रवार को माँ लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इस दिन सफेद वस्त्र पहनकर, कमल के फूल से पूजा करें और सफेद चीज़ों का दान करें — जैसे चावल, मिश्री, खीर, दही या श्वेत वस्त्र। यह उपाय लक्ष्मी प्राप्ति के लिए बहुत कारगर माना गया है।

3. गाय को पहला निवाला और तुलसी सेवा

प्राचीन मान्यता है कि गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। प्रातःकाल गाय को पहला ग्रास देने से पापनाश होता है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
साथ ही, तुलसी को जल अर्पित करना और उसके समीप दीपक लगाना भी अत्यंत पुण्यकारी है।

4. “श्री सूक्त” या “लक्ष्मी अष्टोत्तर” का पाठ

जो व्यक्ति नित्य “श्री सूक्त” या “लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनामावली” का पाठ करता है, उसे आर्थिक कष्ट दूर होते हैं।
विशेषकर शुक्रवार, पूर्णिमा या दीपावली की रात को इन स्तोत्रों का पाठ करना अत्यंत फलदायक होता है।

5. धान्य और जल का सत्कार

जहाँ अन्न और जल का अपमान नहीं होता, वहाँ माँ अन्नपूर्णा और माँ लक्ष्मी दोनों की कृपा बनी रहती है।
रसोई में चूल्हे के पास जल भरकर रखना, अन्न को आदरपूर्वक रखना — ये सब सूक्ष्म रूप से समृद्धि को बनाए रखते हैं।

6. दक्षिणावर्ती शंख और लक्ष्मी यंत्र की स्थापना

घर में दक्षिणावर्ती शंख और श्री लक्ष्मी यंत्र की स्थापना कर नियमित रूप से पूजन करना चाहिए। शंख में जल भरकर लक्ष्मी जी पर अर्पण करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

7. घर में अशांति और क्रोध से बचें

जहाँ परस्पर कलह, अपवित्रता, अपशब्द या असंयम होता है, वहाँ लक्ष्मी टिकती नहीं।
शांति, प्रेम और सात्त्विक आचरण — ये लक्ष्मी को आकर्षित करते हैं।

माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय कोई कठिन साधना नहीं, बल्कि हमारे दैनिक जीवन की सात्त्विकता और श्रद्धा से जुड़ी साधना है।
यदि आप इन 7 अचूक उपायों को सच्चे मन से अपनाएँगे, तो न केवल धन-संपत्ति, बल्कि मन की शांति और घर में शुभता भी स्थायी रूप से बनी रहेगी।

यह लेख न केवल धार्मिक आस्था को छूता है, बल्कि हमें यह भी सिखाता है कि माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कोई चमत्कारी यंत्र नहीं चाहिए — बस अपनापन, आस्था और नियम चाहिए।


संदर्भ (References):

  1. पद्म पुराण – लक्ष्मी प्राप्ति के नियम

  2. स्कंद पुराण – श्री सूक्त के महत्व का वर्णन

  3. श्री सूक्त (ऋग्वेद) – श्री देवी का मूल स्तोत्र

  4. संत तुलसीदास, विनय पत्रिका – धन और सेवा का योग

  5. ऋषि नारद संवाद – भक्त और लक्ष्मी संबंध


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