छात्रों के इस पाॅवर प्रोजेक्ट से मिलेगी
चार रुपए में दो समय खाने बनाने की गैस
एलपीजी के लगातार बढ़ते दाम से अगर आप भी परेशान हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। धनबाद(झारखंड) के कुछ छात्रों ने टोटल वेस्ट सोल्यूशन नामक संस्था शुरू की है। इसके अंतर्गत एक पायलट प्रोजेक्ट में अब आप मात्र चार रुपए में दो समय का खाना बना सकेंगे। कंपनी के संस्थापक व इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र सौरभ कुमार की माने तो यह संभव होगा बायोगैस प्लांट से। इसके लिए परिवारों को पहले 15 हजार रुपए खर्च करने होंगे। फिर उन्हें मिलेगी आधा किलो एलपीजी के बराबर ऊर्जा।
ऊर्जादायी इस बायोगैस प्लांट की टेस्टिंग हो चुकी है। यह घरेलू कचरे से चलाया जाएगा। फिलहाल फंडिंग की कमी से इसे बड़े पैमाने पर लागू नहीं किया जा रहा है। धनबाद में सफल होने के बाद पूरे शहर में बायोगैस प्लांट से खाना बनाने की सुविधा दी जाएगी।
सौरभ का कहना है कि हमारे प्रोजेक्ट से जुड़नेवालों को हम प्रतिदिन मात्र चार रुपए में छः किलोग्राम कचरा देगे। लोग अपने घरेलू कचरे का भी प्रयोग कर सकते हैं। इस कचरे से 1000 लीटर बायोगैस प्रतिदिन बनेगी। यद्यपि इसकी कैलोरेसिक वैल्यू काफी कम होगी। इसलिए प्रतिदिन चार आदमियों हेतु दो बार खाना पकाने में 1000 लीटर बायोगैस खत्म हो जाएगी। टोटल वेस्ट सोल्यूशन अपने बायोगैस प्लांट की आजीवन मेंटनेंस की सुविधा देगी। 4 रुपए के कचरे से तैयार बायोगैस से आधा किलो एलपीजी के समान ऊर्जा मिलेगी। यानी प्रतिदिन एक बर्नर वाले चूल्हे पर 3 घंटे तक खाना पकाया जा सकेगा।
सौरभ कहते हैं कि सामान्यतः हमारी रसोई में प्रतिदिन करीब दो किलो कचरा निकलता है जिससे बायोगैस बनाई जा सकती है। हां इस कचरे में नींबू व प्याज के छिलके न हों। परिवारों को वह आवश्यकतानुसार नियमित रूप से कचरा भी पहुंचा दिया करेंगे।
टोटल वेस्ट सोल्यूशन द्वारा तैयार प्रोजेक्ट से प्रदूषण पर नियंत्रण होगा इसलिए यह पूर्णतः इको फ्रेंडली है। इस प्लांट से प्रतिदिन कचरे के निष्पादन की चिंता समाप्त हो जाएगी और उनके बदले में मिलेगी काफी कम खर्च में काम लायक ऊर्जा।
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