मंगलवार, 20 अक्टूबर 2015

12.5 प्रतिशत खाद्य पदार्थों में मिले कीटनाशक 
आॅर्गेनिक सामग्री में भी 
मिले खतरनाक कीटनाशक


यदि आप यह सोच रहे हैं कि ताजा सब्जियों, फलों और दूध के रोज सेवन से आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा तो यह सोच गलत साबित हो सकती है। वास्तव में, देश के 12.5 प्रतिशत खाद्य पदार्थों में खतरनाक कीटनाशक पाए गए हैं, जो आपको अनजाने में गंभीर बीमारियों का शिकार बना रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा करवाए इस अध्ययन की माने तो अधिकांश सब्जियों, फलों, दूध और अन्य खाद्य पदार्थों में सबसे अधिक खतरनाक कीटनाशक पाए गए हैं। अध्ययन के लिए ये नमूने देश के विभिन्न खुरदा और थोक दुकानों से इकट्ठा किए गए थे। चाौंकाने वाले तथ्य यह हैं कि आॅगेर्निक खाद्य पदार्थ बेचने का दावा करने वाली दुकानों से लिए गए नमूनों में भी खतरनाक कीटनाशक पाए गए।

केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2005 में खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों की मौजूदगी पर निगरानी के लिए शुरू की गई योजना के तहत वर्ष 2014-15 में लिए गए कुल 20,618 नमूनों से 12.50 प्रतिशत में खतरनाक कीटनाशक पाए गए। इन नमूनों का देश के 25 प्रयोगशालाओं में परीक्षण किया गया। परीक्षण रिपोर्ट में 12.5 प्रतिशत नमूनों में
एसफेट, बाइफेंथ्रीन, एस्टैमीप्राइड, ट्राइआजोफोस, मटालैक्सील, मैलाथीन, एस्टैमीप्रीड, ट्राइआजोपफोस, मेटालैक्सील, मैलाथीन, एस्टैमीप्रीड, ट्राइआजोफोस, मैटालैक्सील, मैलाथीन, एस्टैमीप्रीड, कार्बोसल्फान, प्रोपफोनोफोस और हेक्साकोनाजोल जैसे अस्वीकृत कीटनाशक पाए गए। यानी इन कीटनाशकों के इस्तेमाल की अनुमति नहीं है। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 18.7 प्रतिशत
नमूनों में कीटनाशक पाए गए जबकि 2.6 प्रतिशत नमूनों में फूड सेफ्टी और स्टैंडर्स अथाॅरिटी आॅफ इंडिया (एफ.एस.एस.ए.आई.) की ओर से तय कीटनाशक की अधिकतम मात्रा में अधिक कीटनाशक पाए गए। 

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